दिल्ली प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता, वाईस चेयरमैन एनडीएमसी एवं पूर्व विधायक श्री करण सिंह तंवर द्वारा आज बुधवार, दिनांक 13.07.2016 को दिया गया वक्तव्य
भाजपा दिल्ली प्रदेष के वरिष्ठ नेता, वाईस चेयरमैन एनडीएमसी एवं पूर्व विधायक श्री करण सिंह तंवर ने आज एक वक्तव्य में दिल्ली के उपराज्यपाल श्री नजीब जंग का ध्यान दिल्ली छावनी क्षेत्र की सिविल आबादी में यमुना के मीठे पानी की एक बूंद भी न मिलने से उत्पन्न हाहाकार की ओर आकर्षित किया।
श्री तॅंवर ने कहा कि लगभग 3 लाख की सिविलियन आबादी के लोग जो कि दिल्ली कैंट के सदर बाजार, गोपीनाथ बाजार, झरेड़ा गाॅंव, पुरानी नांगल, प्रहलादपुर, नारायणा, मेहरम नगर, इस्ट मेहरम नगर इत्यादि गाॅंवों में रहते हैं, इन्हें पानी न तो कैंट बोर्ड देता है और न ही दिल्ली जल बोर्ड से ही इन्हें पानी मिलता है। क्योंकि जितना पानी दिल्ली जल बोर्ड से कैंट को सप्लाई होता है, सैनिक अधिकारियों द्वारा वह सारा का सारा पानी सैनिक आबादी में सप्लाई कर दिया जाता है। गैर-सैनिक आबादी के लोगों के साथ यह घोर अन्याय व जुल्म नहीं तो और क्या है?
श्री तॅंवर ने बताया कि अभी तक तो लोग टयूबवैल, हैण्डपम्प व बोरिंग के माध्यम से पानी का उपयोग करते आ रहे थे। परन्तु पानी के गिरते स्तर के कारण जनता में पानी की कमी एक गम्भीर समस्या है, जिस कारण क्षेत्र में भयानक स्थिति पैदा हो गई है। निरंतर पानी की कमी चिंता का विषय है।
श्री तॅंवर ने दुःख व आष्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि एक ओर तो दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल ढिंढोरा पीटते रहते हैं कि दिल्लीवासियों को एक महीने में 20,000 लीटर पानी मुफ्त में दिया जा रहा है, लेकिन वास्तव में छावनी की गैर-सैनिक आबादी में मुफ्त के पानी की बात तो दूर, दिल्ली जल बोर्ड की पानी की लाईन आज तक नहीं डाली गई है, जबकि गैर-सैनिक आबादी के लोग 1914 से छावनी में रह रहे हैं। यह दिल्ली सरकार का पक्षपातपूर्ण रवैया ही नहीं बल्कि केजरीवाल की असलियत को दर्षाने वाला एक जीता-जागता उदाहरण है।
अंत में श्री तॅंवर ने दिल्ली के उपराज्यपाल श्री नजीब जंग से इस सारे मामले की उच्च स्तरीय जाॅंच कराने तथा गैर-सैनिक आबादी को दिल्ली जल बोर्ड से पानी उपलब्ध कराने की मांग की है। 15 दिन तक समस्या का समाधान न होने पर वह केजरीवाल के अन्याय व पक्षपातपूर्ण रवैये के खिलाफ उनके निवास स्थान पर भाजपा कार्यकर्ताओं व क्षेत्रीय जनता के साथ प्रदर्षन करेंगे।
श्री तॅंवर ने कहा कि लगभग 3 लाख की सिविलियन आबादी के लोग जो कि दिल्ली कैंट के सदर बाजार, गोपीनाथ बाजार, झरेड़ा गाॅंव, पुरानी नांगल, प्रहलादपुर, नारायणा, मेहरम नगर, इस्ट मेहरम नगर इत्यादि गाॅंवों में रहते हैं, इन्हें पानी न तो कैंट बोर्ड देता है और न ही दिल्ली जल बोर्ड से ही इन्हें पानी मिलता है। क्योंकि जितना पानी दिल्ली जल बोर्ड से कैंट को सप्लाई होता है, सैनिक अधिकारियों द्वारा वह सारा का सारा पानी सैनिक आबादी में सप्लाई कर दिया जाता है। गैर-सैनिक आबादी के लोगों के साथ यह घोर अन्याय व जुल्म नहीं तो और क्या है?
श्री तॅंवर ने बताया कि अभी तक तो लोग टयूबवैल, हैण्डपम्प व बोरिंग के माध्यम से पानी का उपयोग करते आ रहे थे। परन्तु पानी के गिरते स्तर के कारण जनता में पानी की कमी एक गम्भीर समस्या है, जिस कारण क्षेत्र में भयानक स्थिति पैदा हो गई है। निरंतर पानी की कमी चिंता का विषय है।
श्री तॅंवर ने दुःख व आष्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि एक ओर तो दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल ढिंढोरा पीटते रहते हैं कि दिल्लीवासियों को एक महीने में 20,000 लीटर पानी मुफ्त में दिया जा रहा है, लेकिन वास्तव में छावनी की गैर-सैनिक आबादी में मुफ्त के पानी की बात तो दूर, दिल्ली जल बोर्ड की पानी की लाईन आज तक नहीं डाली गई है, जबकि गैर-सैनिक आबादी के लोग 1914 से छावनी में रह रहे हैं। यह दिल्ली सरकार का पक्षपातपूर्ण रवैया ही नहीं बल्कि केजरीवाल की असलियत को दर्षाने वाला एक जीता-जागता उदाहरण है।
अंत में श्री तॅंवर ने दिल्ली के उपराज्यपाल श्री नजीब जंग से इस सारे मामले की उच्च स्तरीय जाॅंच कराने तथा गैर-सैनिक आबादी को दिल्ली जल बोर्ड से पानी उपलब्ध कराने की मांग की है। 15 दिन तक समस्या का समाधान न होने पर वह केजरीवाल के अन्याय व पक्षपातपूर्ण रवैये के खिलाफ उनके निवास स्थान पर भाजपा कार्यकर्ताओं व क्षेत्रीय जनता के साथ प्रदर्षन करेंगे।
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