सरकारी निवासों में बिजली एवं सुविधाओं के विषयों को केजरीवाल ने स्वयं राजनैतिक एजेंडा बनाया - सतीश उपाध्याय
नई दिल्ली, 30 जून। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय ने दिल्ली सरकार द्वारा मुख्यमंत्री आवास के लाखों रूपये के बिजली बिलों पर दी गई सफाई को सरकार के दोगले पन का एक ओर प्रमाण बताया है।
श्री उपाध्याय ने कहा कि हम बंग्ला नहीं लेंगे, हम सरकारी सुविधायें नहीं लेंगे, हम गाड़ी नहीं लेंगे यह गाते-गाते सत्ता में आई केजरीवाल पार्टी ने यह सब प्रश्न स्वयं राजनीतिक एजेंडे में डाले ऐसे में अब श्री अरविन्द केजरीवाल सरकार का यह तर्क कि आधा बिल घर का है और आधा कैम्प आॅफिस का बिलकुल बेमाने हैं। अगर ए.सी. घर में नहीं चलवाते तो कैम्प आॅफिस में क्यों चलवाते हैं ?
उन्होंने कहा है कि भाजपा के लिये मुद्दा यह नहीं है कि मुख्यमंत्री के आवास का बिल कितने का आ रहा है हमारा विषय यह है कि श्री अरविन्द केजरीवाल ने स्वयं इन सब चीजों को मुद्दा बनाया तो अब वे सुनिश्चित करें कि अब उन बातों का पालन हो। अगर मुख्यमंत्री आवास में बिजली की खपत बिलकुल साधारण है तो फिर बिजली मीटर 22 किलो वाट लोड का क्यों लगा है ?
श्री उपाध्याय ने कहा कि हम बंग्ला नहीं लेंगे, हम सरकारी सुविधायें नहीं लेंगे, हम गाड़ी नहीं लेंगे यह गाते-गाते सत्ता में आई केजरीवाल पार्टी ने यह सब प्रश्न स्वयं राजनीतिक एजेंडे में डाले ऐसे में अब श्री अरविन्द केजरीवाल सरकार का यह तर्क कि आधा बिल घर का है और आधा कैम्प आॅफिस का बिलकुल बेमाने हैं। अगर ए.सी. घर में नहीं चलवाते तो कैम्प आॅफिस में क्यों चलवाते हैं ?
उन्होंने कहा है कि भाजपा के लिये मुद्दा यह नहीं है कि मुख्यमंत्री के आवास का बिल कितने का आ रहा है हमारा विषय यह है कि श्री अरविन्द केजरीवाल ने स्वयं इन सब चीजों को मुद्दा बनाया तो अब वे सुनिश्चित करें कि अब उन बातों का पालन हो। अगर मुख्यमंत्री आवास में बिजली की खपत बिलकुल साधारण है तो फिर बिजली मीटर 22 किलो वाट लोड का क्यों लगा है ?
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