भाजपा विधानसभा सत्र के हर दिन करेगी धरना - प्रदर्शन
केजरीवाल की जीरो परफोरमेन्स सरकार के खिलाफ भाजपा का प्रचंड प्रदर्शन
प्रदर्शन किया। लगभग दो घंटे से अधिक विधानसभा के निकट धरने पर बैठने के बाद कार्यकत्र्ताओं ने पुलिस द्वारा स्थापित बेरीकेट पर भारी प्रदर्शन करा जिसे तितर बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार के साथ हलके बल का प्रयोग किया। पुलिस ने कार्यकत्र्ताओं की सांकेतिक गिरफ्तारी कर उन्हें कुछ समय बाद रिहा कर दिया।
प्रदेश महामंत्री सांसद श्री रमेश बिधूड़ी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सांसद श्री विजय गोयल, विधायक श्री ओम प्रकाश शर्मा, श्री जगदीश प्रधान, नगर निगम नेता श्री आशीष सूद, श्री योगेन्द्र चांदोलिया, श्री मोहन प्रसाद भारद्वाज, प्रदेश पदाधिकारी श्री तिलक राज कटारिया, श्री जय प्रकाश, श्रीमती शिखा राय, श्रीमती विशाखा शैलानी, श्री प्रवीण शंकर कपूर, श्रीमती कमलजीत सहरावत, श्री दिनेश प्रताप सिंह, श्री आनंद साहू, श्री विनोद त्यागी, पूर्व विधायक श्री पवन शर्मा, श्री साहब सिंह चैहान, श्री कुलवंत राणा, श्री मोहन सिंह बिष्ट, श्री सुभाष सचदेवा, श्री धर्मदेव सोलंकी, श्री जितेन्द्र सिंह शन्टी, श्री रंजीत सिंह कश्यप के अतिरिक्त पार्टी के जिला अध्यक्षों श्री राजकुमार बल्लन, चैधरी छोटे राम, श्री विजय पंडित, श्री जयेन्द्र डबास, श्री विरेन्द्र सचदेवा, डाॅ. अनिल गुप्ता, डाॅ. कंवर सैन, श्री राजकुमार ग्रोवर, श्री सतेन्द्र सिंह, श्री सुरेश शर्मा, श्री राजन तिवारी के साथ निगम पार्षद, जिला एवं मंडल पदाधिकारियों सहित हजारों कार्यकत्र्ता धरना एवं प्रदर्शन में सम्मिलित हुये।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुये सांसद श्री रमेश बिधूड़ी ने कहा कि वर्तमान दिल्ली सरकार थोड़े समय में ही जनाकांक्षाओं पर पूरी तरह विफल हो गई है। दिल्ली में प्रशासनिक कार्य पूरी तरह ठप्प हो गये हैं। सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच इतना अविश्वास है कि सरकारी अधिकारियों ने फाइलों पर कुछ लिखना बंद कर दिया है और दिल्ली में विकास कार्य अवरूध हो गये हैं। श्री बिधूड़ी ने कहा कि यह जीरो परफोरमेन्स सरकार है।
इस सरकार में अगर कुछ होता हुआ दिखाई देता है तो सिर्फ झूठा प्रचार। विकास के लिए धन अभाव की बात
करने वाली सरकार ने अपने मुख्यमंत्री के महिमामंडन पर मात्र चार माह में लगभग 100 करोड़ रूपया खर्च कर दिये हैं।
श्री बिधूड़ी ने कहा कि वर्तमान सरकार सबको फ्री पानी और आधे दाम पर बिजली देने के वायदे के बल पर सत्ता में आई थी पर आज हम बिजली के दाम घटने की जगह बढ़ते देख रहे हैं। दिल्ली में बिजली घंटों गुल रहती है और नलों से पानी नदारत है। उन्होंने कहा कि भाजपा मांग करती है कि सरकार हाल ही में बिजली बिलों में की गई 6 प्रतिशत वृद्धि को तुरन्त वापस लें या सभी उपभोक्ताओं को 6 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाये। श्री बिधूड़ी ने दिल्ली सरकार को चेताया कि जैसी संभावना व्यक्त की जा रही है यदि जुलाई में बिजली के दाम और बढ़े तो सरकार को व्यापाक विरोध झेलना पड़ेगा।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद श्री विजय गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल के घमंड के चलते दिल्ली आज एक संवैधानिक संकट से गुजर रही है। दिल्ली के शासकों को लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए कोई सम्मान नहीं है और दिल्ली में अराजकता का राज है। सरकार के लोकतंत्र विरोधी होने का आज एक और प्रमाण सामने आया है जब दिल्ली सरकार ने विधानसभा के इस सत्र में लोकतांत्रिक मूल्यों के सर्वोच्च प्रतीक प्रश्नकाल को ही रद्द कर दिया है।
प्रदेश उपाध्यक्ष श्री तिलक राज कटारिया ने कहा कि भाजपा इस सरकार को लगातार चेताती रहेगी और इस विधानसभा सत्र के प्रत्येक कार्य दिवस पर भाजपा कार्यकत्र्ता विधानसभा भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके अंतर्गत कल उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पार्षद एवं कार्यकत्र्ता धरना देंगे।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में सदन के नेता श्री आशीष सूद ने कहा कि दिल्ली में जो हाल ही में निगम सेवायें
ठप्प हुईं उसकी जिम्मेदारी पूरी तरह केजरीवाल सरकार पर है। सरकार ने अपनी गंदी राजनीति के लिए नगर निगमों के फंड को रोक कर निगम में अव्यवस्था फैलाई जिसका सबसे बड़ा कुप्रभाव दिल्ली की सफाई व्यवस्था में देखने को मिला। श्री सूद ने मांग की कि सरकार चैथे वित्त आयोग की लम्बित रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर रखे और नगर निगमों को फंड अब तीसरे वित्त आयोग की रिपोर्ट के अनुसार दिये जायें जिनसे इनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके और सेवायें सुचारू हो सकें।
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता श्री विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली को शर्मिन्दा कर दिया है। इस सरकार के नेता सत्ता में आने से पूर्व कहते थे कि हमारे विधायक और मंत्री सत्ता में आकर वेतन और भत्ते नहीं लेंगे और उनके निजी जीवन हमेशा उच्च होगा। सत्ता में आने के बाद दिल्ली देख रही है कि फर्जी डिग्री मंत्री जेल गये हैं, एक अन्य मंत्री कातिलों को बचाता है और एक दर्जन से अधिक विधायक अराजकता और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। कुछ अन्य विधायकों की शेक्षणिक डिग्री शक के दायरे में है तो मंत्री एवं विधायक श्री सोमनाथ भारती पर लगे पत्नी उत्पीड़न के आरोपांे ने सभी को हस्प्रस्त कर दिया है।
श्री गुप्ता ने कहा कि भाजपा दिल्ली सरकार द्वारा सभी मर्यादाओं को ताक पर रख कर 21 संसदीय सचिव बनाये जाने का विरोध करती है और अगर सरकार ने इन संसदीय सचिवों को किसी भी प्रकार की सरकारी सुविधायें दीं तो हम इसका कड़ा विरोध करेंगे।
श्री विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि भाजपा ने इस सत्र में 27 मुद्दों पर चर्चा के नोटिस दिये हैं और दिल्ली में लोकायुक्त की नियुक्ति, पूर्व मंत्री जितेन्द्र सिंह तोमर की सदस्यता रद्द करने एवं चैथे वित्त आयोग की रिपोर्ट सदन में रखे जाने सहित 6 मुद्दों पर गैर सरकारी सदस्य प्रस्ताव विधानसभा अध्यक्ष को दिये हैं।
श्री गुप्ता ने पार्टी कार्यकत्र्ताओं को विश्वास दिलाया कि हमारे विधायकों की संख्या कम हो सकती है पर सदन के अंदर सरकार का विरोध उतना ही प्रचंड होगा जितना बाहर आज का प्रदर्शन रहा है।
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