भारत आप सभी लोकतंत्र प्रहरियों का ऋणी है जिन्होंने यातनाओं का सह कर भी भारत में लोकतंत्र की रक्षा की - अमित शाह
नई दिल्ली, 25 जून। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने आज डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शोध
अधिष्ठान और आपालकाल बन्दी स्मरण समिति द्वारा आयोजित एक समारोह में आपातकाल के दौरान बंदी बनाए गए अथवा भूमिगत होने पर मजबूर किए गए लगभग 300 लोकतंत्र प्रहरियों का अभिनन्दन किया। समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन श्री रामलाल, उपाध्यक्ष श्री श्याम जाजू, प्रसार भारती अध्यक्ष डा. सूर्य प्रकाश, दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रो. विजय कुमार मलहोत्रा, श्री अरूण सिंह एवं पूर्व महापौर श्री महेश चन्द्र शर्मा भी सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री अमित शाह ने कहा कि आपातकाल न तो न्यायपालिका के झगड़े से न ही उस वक्त चल रहे आंदोलनों के दबाव से लगाया गया था। इसका मूल कारण था कि तत्कालीन शासकों के दिल दिमाग पर तानाशाही प्रवृतियां हावी हो गयी थीं। श्री शाह ने कहा कि भारत आप सभी लोकतंत्र प्रहरियों का ऋणी है जिन्होंने यातनाओं का सह कर भी भारत में लोकतंत्र की रक्षा की।
श्री रामलाल ने वर्तमान पीढ़ी के राजनीतिक कार्यकर्ताओं से आवाहन किया कि वे लोकतंत्र सेनानियो का अभिनन्दन करें और उनसे प्रेरणा लेकर भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने का संकल्प लें।
प्रो. विजय कुमार मलहोत्रा और श्री श्याम जाजू ने आपातकाल के दौरान अपने अनुभवों के संस्मरण समारोह में रखे जिन्हें सुनकर अनेक उपस्थित लोकतंत्र प्रहरी भावुक हो उठे और सभागार भारत माता की जयकार के नारों से गूंज उठा।
पूर्व उपमहापौर एवं कार्यक्रम संयोजक श्री महेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि दिल्ली भाजपा विगत 37 वर्ष से आपातकाल बन्दियों का अभिनन्दन करती रही है पर आज डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शोध अधिष्ठान के सहयोग से आयोजित इस भव्य समारोह ने यहां उपस्थित सभी आपातकाल बन्दियों को गौर्वान्वित किया है। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम को एक नया आयाम देने की प्रेरणा हमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह से मिली और हम उनका धन्यवाद करते हैं।
अधिष्ठान और आपालकाल बन्दी स्मरण समिति द्वारा आयोजित एक समारोह में आपातकाल के दौरान बंदी बनाए गए अथवा भूमिगत होने पर मजबूर किए गए लगभग 300 लोकतंत्र प्रहरियों का अभिनन्दन किया। समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन श्री रामलाल, उपाध्यक्ष श्री श्याम जाजू, प्रसार भारती अध्यक्ष डा. सूर्य प्रकाश, दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रो. विजय कुमार मलहोत्रा, श्री अरूण सिंह एवं पूर्व महापौर श्री महेश चन्द्र शर्मा भी सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री अमित शाह ने कहा कि आपातकाल न तो न्यायपालिका के झगड़े से न ही उस वक्त चल रहे आंदोलनों के दबाव से लगाया गया था। इसका मूल कारण था कि तत्कालीन शासकों के दिल दिमाग पर तानाशाही प्रवृतियां हावी हो गयी थीं। श्री शाह ने कहा कि भारत आप सभी लोकतंत्र प्रहरियों का ऋणी है जिन्होंने यातनाओं का सह कर भी भारत में लोकतंत्र की रक्षा की।
श्री रामलाल ने वर्तमान पीढ़ी के राजनीतिक कार्यकर्ताओं से आवाहन किया कि वे लोकतंत्र सेनानियो का अभिनन्दन करें और उनसे प्रेरणा लेकर भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने का संकल्प लें।
प्रो. विजय कुमार मलहोत्रा और श्री श्याम जाजू ने आपातकाल के दौरान अपने अनुभवों के संस्मरण समारोह में रखे जिन्हें सुनकर अनेक उपस्थित लोकतंत्र प्रहरी भावुक हो उठे और सभागार भारत माता की जयकार के नारों से गूंज उठा।
पूर्व उपमहापौर एवं कार्यक्रम संयोजक श्री महेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि दिल्ली भाजपा विगत 37 वर्ष से आपातकाल बन्दियों का अभिनन्दन करती रही है पर आज डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शोध अधिष्ठान के सहयोग से आयोजित इस भव्य समारोह ने यहां उपस्थित सभी आपातकाल बन्दियों को गौर्वान्वित किया है। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम को एक नया आयाम देने की प्रेरणा हमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह से मिली और हम उनका धन्यवाद करते हैं।
Comments
Post a Comment