केजरीवाल उपराज्यपाल से टकराव छोड़ विकास पर ध्यान दें

दिल्ली भाजपा मंत्री इमरान हुसैन की बर्खास्तगी और सभी कलंकित आरोपी विधायकों के विधानसभा से निष्कासन की मांग करती है

 नई दिल्ली, 9 अक्टूबर।  दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय ने कहा है कि हम पिछले 20 माह से लगातार कह रहे हैं कि दिल्ली संविधानिक एवं प्रशासनिक संकट की ओर बढ़ रही है और आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वयं स्वीकार लिया है कि दिल्ली में प्रशासनिक व्यवस्था चरमरा गई है एवं दिल्ली संकट की ओर बढ़ रही है। 

खेद का विषय है कि संकट का एहसास होने के बाद भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज भी दोषारोपण की राजनीति कर रहे हैं। यह शर्म का विषय है कि प्रशासनिक अधिकारों को लेकर उनकी सरकार द्वारा दिल्ली उच्चन्यायालय में दर्ज याचिका ठुकराई जाने के बाद भी वह यह स्वीकार करने को तैयार नहीं है कि उनके मंत्रिमंडल एवं सरकार द्वारा विगत 20 महीने में लिये गये निर्णय कानून एवं संविधान के दृष्टिकोण से ठीक नही हैं। 

श्री उपाध्याय ने कहा है कि भाजपा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से निवेदन करती है कि यदि उन्हें दिल्ली की अंश मात्र भी चिंता है तो वह उपराज्यपाल से टकराव छोड़कर दिल्ली के समग्र विकास के लिये कार्य करें। 

दिल्ली सरकार में भ्रष्टाचार और आर्थिक हेराफेरियों के मामलों को उठाते हुये दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय ने कहा है कि मंत्री इमरान हुसैन एवं पूर्व मंत्री असीम अहमद के भ्रष्टाचार के मामलों पर मुख्यमंत्री केजरीवाल की चुप्पी उनके दोहरे मापदंडों का प्रमाण है। इन दोनों विधायकों पर पुरानी दिल्ली में बिल्डरों से पैसे उगाही करने के आरोप हैं। 

असीम अहमद को मंत्रिमंडल से निकालते हुये खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि उन पर पैसे उगाही के आरोप हैं।

वहीं मंत्री इमरान के मामले में उनके क्षेत्र के एक नागरिक ने आरोप लगाया है कि उसके 80 गज के मकान को बनने देने के एवज में उन्होंने 30 लाख रूपये की मांग रखी। 

कुछ समय पहले एक रिकॉर्डिंग सामने आई थी जिसमें हामद नामक एक व्यक्ति मंत्री इमरान और उसके भाइयों के लिये शिकायतकर्ता से पैसा मांग रहा है। इस रिकॉर्डिंग के सामने आने पर मंत्री इमरान ने कहा था कि मेरा हामद नामक इस व्यक्ति से कोई लेना देना नहीं है और अगर मेरा उससे रिश्ता साबित होगा तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। 

मंत्री इमरान हुसैन के उस वक्त के ब्यान का वीडियो आज पत्रकारों के समक्ष जारी कर श्री सतीश उपाध्याय ने कहा कि यह आश्चर्य का विषय है कि मंत्री जी ने कहा था कि मेरा हामद से कोई संबंध नहीं पर अभी गत 6 अक्टूबर को मंत्री इमरान ने उक्त हामद के साथ अग्रिम जमानत याचिका दायर की। 

हम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं मंत्री इमरान हुसैन से पूछना चाहते हैं कि यदि उनका हामद से कोई संबंध नही है तो फिर एक वकील आर.पी. त्यागी के माध्यम से ही इन सब की एक साथ अग्रिम जमानत याचिका कैसे दायर हुईं ? मंत्री इमरान हुसैन पर लगे आरोपों को बेहद गंभीर मानते हुये कड़कड़डूमा अदालत के अतिरिक्त सैशन जज श्री सिद्धार्थ शर्मा ने अग्रिम जमानत की याचिकाओं को खारिज कर दिया था। 

श्री उपाध्याय ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजनीतिक रूप से असुरक्षित व्यक्ति हैं जिसे हर वक्त अपनी पार्टी में बगावत का डर लगता है और यही डर उन्हें इमरान हुसैन, असीम अहमद, जितेन्द्र तोमर, संदीप कुमार जैसे कलंकित विधायकों पर या फिर देवेन्द्र सहरावत एवं पंकज पुष्कर जैसे बागियों पर कार्यवाही नहीं करने देता। उन्हें मालूम है कि जैसे ही मैं किसी एक कलंकित या बागी विधायक पर कार्यवाही करूंगा तो खुली बगावत का सिलसिला प्रारम्भ हो जायेगा। श्री उपाध्याय ने कहा है कि दिल्ली भाजपा मंत्री इमरान हुसैन की बर्खास्तगी और सभी कलंकित आरोपी विधायकों के विधानसभा से निष्कासन की मांग करती है।

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