केजरीवाल जी यह तो बताओ टैंकर घोटाला दबाने का क्या मिला ?

दिल्ली की जनता चाहती है कि जल बोर्ड घोटालों की पारदर्शी जांच के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल इस्तीफा दें-सतीश उपाध्याय

दिल्ली भाजपा ने संतोष कोली हत्याकांड की सी.बी.आई. जांच को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

नई दिल्ली, 24 जून।  दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय ने आज एक पत्रकारवार्ता की शुरूआत एक शेर “मुझे रहबरो से गिला नहीं, तेरी रहबरी का सवाल है, तू इधर-उधर की ना बात कर, ये बता की कारवां क्यों लुटा“ से करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल अपने आप को इस देश का सबसे ईमानदार व्यक्ति दर्शाते हुये सत्ता में आये थे पर मात्र 17 महीने बाद आज वो देश के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री के रूप में नजर आ रहे हैं। पत्रकार समेम्लन में सांसद श्री रमेश बिधूड़ी एवं मीडिया प्रभारी प्रवीण शंकर कपूर भी उपस्थित थे।

श्री उपाध्याय ने कहा कि हमें केजरीवाल साहब को ईमानदारी का खुदा मानने में कोई एतराज नहीं पर आज उनकी खुदाई पर सवाल उठ रहे हैं, उनकी ईमानदारी पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं, आज दिल्ली की जनता एक सवाल पूछ रही है कि केजरीवाल साहब आप हर विषय पर बोल रहे हैं पर वह क्यों नहीं बोल रहे जो जनता सुनना चाहती है -

केजरीवाल साहब जनता जानना चाहती है कि 11 महीने तक कौन सा सौदा चल रहा था कि आपने टैंकर घोटाले की फाइल आगे नहीं बढ़ाई ?
केजरीवाल साहब जनता जानना चाहती है कि जब आपको जुलाई, 2015 में पता चल गया था कि दिल्ली जल बोर्ड में टैंकर घौटाला चल रहा है जिसके अंतर्गत एक कम्पनी विशेष को सामान्य दरों से 7 से 8 गुना पैसा दिया जा रहा है तो आपने करार रद्द क्यों नहीं किया ?
केजरीवाल साहब आखिर क्यों आपकी सरकार भी 17 महीने से उसी घोटाले में लिप्त है, क्यों आप भी 17 महीने से टैंकर माफिया को सामान्य दरों से 7 से 8 गुना दरों पर भुगतान कर रहे हैं ?
केजरीवाल साहब दिल्ली की जनता अब जानना चाहती है कि आखिर ऐसा क्या मिला जिसके लिए आपने 11 महीने तक जांच कमेटी की रिपोर्ट को दबाये रखा ?
केजरीवाल साहब दिल्ली की जनता दिल्ली जल बोर्ड घोटालों की पारदर्शी जांच चाहती है जो आपके मुख्यमंत्री रहते संभव नहीं, जल बोर्ड में आज भी घोटाले चल रहे हैं-दिल्ली की जनता चाहती है कि जल बोर्ड घोटालों की पारदर्शी जांच के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल इस्तीफा दें।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली में आज चारों ओर घोटाले ही घोटाले हैं, अपने वाॅलेंटियरों के सरकारी पदों पर भर्ती के घोटाले से शुरू हुआ खेल, चीनी, प्याज, आॅटो परमिट, सी.एन.जी. घोटालों से बढ़ता हुआ जल बोर्ड के टैंकर घोटाले तक पहंुचा है।  अब तो बात टैंकर घोटाले से भी आगे जा रही है और प्रीमियम एप बस सेवा में भी घोटाला सामने आ चुका है।

श्री उपाध्याय ने एक और शेर “गिरना ही था तो एक नहीं सौ मकाम थे, यह क्या गजब किया कि निगाहों से गिर गये“ पढ़ते हुये कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल का हाल आज कुछ ऐसा है कि वह खुद को खुदा बनाने निकले थे पर आज दिल्ली और देश की जनता की निगाहों में पूरी तरह गिर चुके हैं।  उनकी राजनीति व्यक्तिगत आरोप लगाकार भ्रमित करने की है और उनका चरित्र एक ठग के जैसा है।

श्री उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल जिस तरह अपने भ्रष्टाचार के मूल मुद्दे से बहस को भटकाने की कोशिश में एक अधिकारी श्री एम एम खान की दुखद हत्या पर राजनीति कर रहे हैं ऐसे में दिल्ली और देश की जनता के मानस में एक विषय याद आ रहा है कि आखिर आम आदमी पार्टी की एक प्रमुख कार्यकत्र्ता सुश्री संतोष कोली की संदेहास्पद परिस्थितियों में दुर्घटना हुई थी पर केजरीवाल दल ने उस मामले में आज तक आगे कोई जांच कराने का कोई प्रयास क्यों नहीं किया ?  सुश्री संतोष कोली की दुर्घटना गाजियाबाद में हुई थी तो आखिर क्यों केजरीवाल दल के लोग उन्हें गाजियबाद अस्पताल से दिल्ली के बड़े-बड़े अस्पताल छोड़कर दूर गुड़गांव के अस्पताल में ले गये ?  सब जानते हैं कि सुश्री संतोष कोली आम आदमी पार्टी की संस्थापक थीं उन्हें इसकी फंडिंग के बहुत से राज पता रहे होंगे ऐसे में संभव है कि उनको दूर गुड़गांव ले जाने का मकसद उनकी सेहत को इतना खराब कर देना रहा हो कि कोई मेडिकल इलाज उन्हें बचा न सके।  दिल्ली प्रदेश भाजपा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर कहा है कि सुश्री संतोष कोली की दुर्घटना में हुई मौत की सी.बी.आई. जांच के आदेश दें ताकि यह स्पष्ट हो कि वह घटना एक दुर्घटना थी या फिर सुनियोजित हत्याकांड।


प्रदेश महामंत्री सांसद श्री रमेश बिधूड़ी ने घोषणा की कि दिल्ली भाजपा टैंकर घोटाले को दिल्ली की जनता के बीच लेकर जायेगी और हम जनांदोलन के द्वारा मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को पारदर्शी जांच के लिए इस्तीफा देने के लिए बाध्य करेंगे।  श्री बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल सरकार कंठस्त भ्रष्टाचार में डूब चुकी है जिसका प्रमाण है श्री केशवचंद्रा को दिल्ली जल बोर्ड का मुख्य अधिकारी नियुक्त किये जाना।  सर्वविदित है कि श्री केशवचंद्रा पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित के करीबी रहे और अनेकों घोटालों में उनका नाम आता रहा।

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