मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर दिल्ली भाजपा ने किया प्रचंड प्रदर्शन
केजरीवाल कल न सिर्फ अपने राजनैतिक एवं प्रशासनिक दायित्व की पूर्ति में असफल रहे बल्कि उन्होंने रैली मंच पर जानकारी मिल जाने के बाद भी भाषण जारी रख मानवता की निर्मम हत्या की - सतीश उपाध्याय
मन्तर की किसान रैली में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में एक किसान द्वारा की गई आत्म हत्या के मामले में मुख्यमंत्री सहित ‘आप’ नेताओं की लापरवाही को दोषी मानते हुये उनके के विरूद्ध आई.टी.ओ. पर प्रचंड प्रदर्शन किया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय के नेतृत्व में पार्टी नेताओं एवं कार्यकत्र्ताओं का विशाल समूह दिल्ली गेट के शहीदी पार्क पर एकत्र होकर किसान के हत्यारे केजरीवाल इस्तीफा दो, इस्ताफा दो का नारा लगाते हुये दिल्ली सरकार सचिवालय की ओर बढ़ा। दिल्ली पुलिस ने टाइम्स भवन के बाहर लगाये बेरीकेट पर कार्यकत्र्ताओं को रोकने का प्रयास करते हुये पानी की भारी बोछार की पर जोश से भरे कार्यकत्र्ता बेरीकेट तोड़ आईटीओ की आगे बढ़े तो पुलिस ने लाठी के बल पर प्रदर्शन कारियों को रोक प्यारे लाल भवन के निकट गिरफ्तार कर बसों में चढ़ाना शुरू किया।
पुलिस ने जब कार्यकत्र्ताओं को आईटीओ से सचिवालय की ओर मुड़ने से रोका तो कार्यकत्र्ताआंे ने आईटीओ चैक पर बैठ मुख्यमंत्री केजरीवाल के इस्तीफे के नारे लगाने लगे। पुलिस हिरासत में आने के बाद भी कार्यकत्र्ता आईटीओ चैक पर जमे रहे और बसों में चढ़ने से इंकार करते हुये पैदल ही राउज एवेन्यू से कमला मार्किट थाने की ओर पैदल ही चले। पुलिस द्वारा बल प्रयोग में भाजपा कार्यकत्र्ता डाॅ. अमित नागपाल की आंख में गंभीर चोट आई और उनका उपचार पुलिस चिकित्सालय में किया गया।
प्रदेश अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय के साथ सांसद श्री
रमेश बिधूड़ी एवं श्री प्रवेश वर्मा, राष्ट्रीय मंत्री सरदार आर पी सिंह, नेता प्रतिपक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता, विधायक श्री जगदीश प्रधान, प्रो. जगदीश मुखी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सरदार एम एस धीर, प्रदेश पदाधिकारी श्री आशीष सूद, श्रीमती रेखा गुप्ता, श्री तिलक राज कटारिया, श्री कुलजीत चहल, श्रीमती शिखा राय, प्रो. रजनी अब्बी, श्री जय प्रकाश, श्रीमती विशाखा शैलानी, श्री अभय वर्मा, श्रीमती किरण चड्डा, श्री राजीव बब्बर, श्री हरीश खुराना, श्री प्रवीण शंकर कपूर, श्री महेन्द्र गुप्ता, श्री जयवीर राणा, श्री गजेन्द्र यादव, श्रीमती कमलजीत सहरावत, श्री विनोद त्यागी, श्री आतिफ रशीद, दिल्ली के महापौर श्री योगेन्द्र चांदोलिया, श्रीमती मीनाक्षी, निगम भाजपा नेता श्री सुभाष आर्य, श्री बी बी त्यागी, श्री मोहन भारद्वाज, श्री राधेश्याम शर्मा, श्रीमती मीरा अग्रवाल, श्री रामनारायण दूबे, पूर्व विधायक दल सचेतक श्री साहब सिंह चैहान सहित अनेक पूर्व विधायक, निगम पार्षद, प्रकोष्ठों, जिला एवं मंडलों के पदाधिकारी प्रदर्शन में सम्मिलित हुये।
शहीदी पार्क पर एकत्र कार्यकत्र्ताओं का सम्बोधित करते हुये प्रदेश अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली के राजनेताओं ने कल राजनीतिक स्वार्थवस जिस तहर एक कार्यकत्र्ता को निर्मम आत्महत्या करते हुये देखा उसके बाद अब उन्हें सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि श्री अरविन्द केजरीवाल कल न सिर्फ अपने राजनैतिक एवं प्रशासनिक दायित्व की पूर्ति में असफल रहे बल्कि उन्होंने रैली मंच पर जानकारी मिल जाने के बाद भी भाषण जारी रख मानवता की निर्मम हत्या की।
श्री उपाध्याय ने कहा कि राजनैतिक रैलियों में आने वाले कार्यकत्र्ताओं की सुरक्षा में ध्यान रखना आयोजकों का काम होता है पर कल ऐसा लग रहा था कि मंच पर उपस्थित नेता एवं वहां एकत्र ‘आप’ कार्यकत्र्ता उस किसान की बलि दे अपनी राजनीति चमकाना चाहते हों। जैसे ही प्रदेश अध्यक्ष ने कल की घटना पर मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के इस्तीफे की मांग रखी तो शहीदी पार्क के बाहर केजरीवाल के इस्तीफे के नारे गंजनू लगे। श्री उपाध्याय ने कहा कि नैतिकता की दुहाई देने वाली आम आदमी पार्टी के लोगों का घिनौना रूप आज फिर देखने को मिला है कि किसान गजेन्द्र की अंतेष्ठी में आम आदमी पार्टी का एक भी नेता सम्मिलित नहीं हुआ।
भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री सरदार आर पी सिंह ने कहा कि कितनी दुखद बात है कि छोटी छोटी बातों पर जनता से
डायलाॅग करने वाले मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी कार्यकत्र्ताओं के सामने एक व्यक्ति आत्महत्या करने की चेष्ठा कर रहा पर वे उसे समझाने के लिए कोई डायलाॅग नहीं करते।
नेता प्रतिपक्ष दिल्ली विधानसभा श्री विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि श्री केजरीवाल की राजनैतिक यात्रा उन्हीं की एक कार्यकत्र्ता सुश्री सुनीता कोली की सड़क दुर्घना में मौत से शुरू हुई थी और कल का यह मंजर देख अब लगता है कि श्री केजरीवाल केवल भावनाओं पर रोटी सेंकने की राजनीति करते हैं।
सांसद श्री रमेश बिधूड़ी ने कहा कि इस दुखद घटना ने केजरीवाल की राजनीति का घिनौना रूप तो दिखाया ही है और प्रमाणित कर दिया है कि वह आंदोलनकारी नहीं अराजक नेता है। उन्होंने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुये कहा कि भाजपा कार्यकत्र्ता अब इस अराजक सरकार के हर जनविरोधी कार्य के विरूद्ध संघर्ष करेंगे।
सांसद श्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि श्री केजरीवाल ने कल किसान रैली के नाम पर अपने नियमित कार्यकत्र्ताओं का जमावड़ा इक्कठा किया और उसमें जिस तरह एक किसान की आत्महत्या के रूप में हत्या करवा दी गई उससे किसानों में भारी रोष है। किसान का बेटा होने के नाते मैं किसान का दर्द समझता हँू और मांग करता हूँ कि श्री अरविन्द केजरीवाल रैली के संयोजक होने के नाते उस किसान परिवार को तुरन्त मुआवजा जारी करें।
पूर्व मंत्री प्रो. जगदीश मुखी, सरदार एम एस धीर, श्री आशीष सूद, श्रीमती रेखा गुप्ता, श्री कुलजीत चहल, श्री अश्वनी उपाध्याय ने भी प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री के इस्तीफे और किसान परिवार को तुरन्त मुआवजा देने की मांग रखी।
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