भ्रष्टाचार पर कार्रवाई को लेकर हुये झूठे प्रचार ने केजरीवाल सरकार की भ्रष्टाचार के विरूद्ध लड़ाई की प्रतिबद्धता पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया - प्रवीण शंकर कपूर
नई दिल्ली, 21 अगस्त। भाजपा दिल्ली प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि भ्रष्टाचार में अफसरों की गिरफ्तारियों के संदर्भ में आज हुयंे एक आर.टी.आई. खुलासे के बाद केजरीवाल सरकार की झूठ की पोल खुल गई है। भ्रष्टाचार को लेकर हुये झूठे प्रचार ने केजरीवाल सरकार की भ्रष्टाचार के विरूद्ध लड़ाई की प्रतिबद्धता पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया।
श्री कपूर ने कहा है कि भाजपा नेता श्री विवेक गर्ग द्वारा लगाई आर.टी.आई. के दिल्ली सरकार के एन्टी करपशन ब्यूरो द्वारा दिये गये जवाब ने दिल्ली सरकार द्वारा जनता के करोड़ों रूपये से दिल्ली भर में लगाये गये होर्डिंगों के झूठ को सामने ला दिया है। दिल्ली सरकार ने अप्रैल में लगाये होर्डिंगों में दावा किया था कि केजरीवाल सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार में संलिम्पत 35 अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है और 152 कर्मचारियों को निलम्बित किया गया है।
दिल्ली सरकार द्वारा दिये गये आर.टी.आई. जवाब में स्पष्ट सामने आया है कि केजरीवाल सरकार के कार्यकाल 10 फरवरी से 24 जुलाई, 2015 के बीच 12 अधिकारी गिरफ्तार किये गये जबकि सरकार ने अप्रैल में ही 35 की गिरफ्तारी का दावा ठोक दिया था। आर.टी.आई. जवाब में दिल्ली सरकार की नाक ए.सी.बी. और विजिलेंस विभाग ने 152 कर्मचारियों पर कोई भी जानकारी होने तक से इंकार किया है।
श्री कपूर ने कहा है कि भ्रष्टाचार पर बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकार की पोल अब उसी के जवाब ने खोल दी है और यह जांच का विषय है कि आखिर कैसे सरकार ने झूठें आंकड़ों पर आधारित प्रचार पर जनता के सैकड़ों करोड़ रूपये खर्च कर दिये ?
श्री कपूर ने कहा है कि भाजपा नेता श्री विवेक गर्ग द्वारा लगाई आर.टी.आई. के दिल्ली सरकार के एन्टी करपशन ब्यूरो द्वारा दिये गये जवाब ने दिल्ली सरकार द्वारा जनता के करोड़ों रूपये से दिल्ली भर में लगाये गये होर्डिंगों के झूठ को सामने ला दिया है। दिल्ली सरकार ने अप्रैल में लगाये होर्डिंगों में दावा किया था कि केजरीवाल सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार में संलिम्पत 35 अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है और 152 कर्मचारियों को निलम्बित किया गया है।
दिल्ली सरकार द्वारा दिये गये आर.टी.आई. जवाब में स्पष्ट सामने आया है कि केजरीवाल सरकार के कार्यकाल 10 फरवरी से 24 जुलाई, 2015 के बीच 12 अधिकारी गिरफ्तार किये गये जबकि सरकार ने अप्रैल में ही 35 की गिरफ्तारी का दावा ठोक दिया था। आर.टी.आई. जवाब में दिल्ली सरकार की नाक ए.सी.बी. और विजिलेंस विभाग ने 152 कर्मचारियों पर कोई भी जानकारी होने तक से इंकार किया है।
श्री कपूर ने कहा है कि भ्रष्टाचार पर बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकार की पोल अब उसी के जवाब ने खोल दी है और यह जांच का विषय है कि आखिर कैसे सरकार ने झूठें आंकड़ों पर आधारित प्रचार पर जनता के सैकड़ों करोड़ रूपये खर्च कर दिये ?
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