वाहवाही लूटने के लिए अधूरे बने एलिवेटेड रोड का लोकार्पण, जनता की जान को खतरा
एलिवेटेड रोड के लोकार्पण समारोह में भाजपा के सांसद और क्षेत्रीय विधायक को न बुलाना आप सरकार की छोटी सोच का परिचायक -विजेन्द्र गुप्ता
ताजा मामला बाहरी रिंग रोड पर बने एलिवेटेड रोड के लोकार्पण का है । यह परियोजना कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में मुख्यमंत्री षीला दीक्षित द्वारा षुरू की गयी थी । इसके तहत बाहरी रिंग रोड को पूरी तरह सिग्नल फ्री करना था । इसी के तहत मंगोलपुरी से वजीराबाद तक एलिवेटेड रोड का निर्माण 31 दिसम्बर, 2015 तक पूर्ण होकर उसका लोकार्पण किया जाना था । आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद जनता को गुमराह करने के लिए अनेक लुभावने वायदे किये गये थे । इसी के तहत अखबारों में करोड़ों रुपये का विज्ञापन देकर सरकार ने कहा था कि मंगोलपुरी से वजीराबाद तक की रोड को सिग्नल फ्री कर दिया जायेगा । यह कार्य 31 दिसम्बर, 2015 से बहुत पहले पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन कार्य समय के अंदर पूरा नहीं हुआ और सरकार को समय सीमा बढ़ानी पड़ी ।
इस सड़क के छोटे हिस्से जो मंगोलपुरी से षुरू होकर मधुबन चैक के पहले समाप्त होता है, का ही लोकार्पण आज मुख्यमंत्री ने किया । इसके लिए सरकार ने अखबारों में करोड़ों रुपये का विज्ञापन देकर मुख्यमंत्री ने अपनी पीठ थपथपायी है । लोकतंत्र की मर्यादा और मान्य परम्पराओं को धता बताते हुए सरकार द्वारा जारी किये गये विज्ञापनों में सिर्फ मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, मनीश सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन, विजेन्द्र गर्ग, राखी बिरला और विधायक महेन्द्र गोयल का ही नाम दिया गया है । इस क्षेत्र के सांसदगणों और विधायक का नाम तक विज्ञापन में नहीं दिया गया । सरकार का यह कृत्य दर्षाता है कि उसमें कितनी असहिश्णुता, छोटा दिल, छोटी सोच और विपक्ष को अपमानित करने की मंषा छिपी हुई है । सरकार की यही छोटी सोच दिल्ली सरकार की डायरी जारी करने के समय भी दिखाई दी थी, जब उपराज्यपाल महोदय का नाम तक डायरी में नहीं दिया गया था ।
श्री गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार यह दावा कर रही है कि इस एलिवेटेड रोड के निर्माण में उसने 100 करोड़ रुपये बचाये हैं । उसका यह दावा भी असत्य और जनता की आँखों में धूल झोंकने के लिए है । यह परियोजना कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बनायी गयी थी । समय पूरा हो जाने के बाद भी इस सड़क के एक हिस्से का ही लोकार्पण हड़बड़ी में किया गया है । एलिवेटेड रोड के नीचे की सड़क के दोनों तरफ अभी तक टूटी फूटी सड़क और मलबा जगह-जगह बिखरा पड़ा है । अनेक स्थानों पर अवरोधक खड़े किये गये हैं । इससे राहगीरों और वाहनचालकों की जान को गंभीर खतरा है । मंगोलपुरी से वजीराबाद तक की एलिवेटेड रोड के लिए अभी तक अनेक स्थानों पर पिलर भी खड़े नहीं हो पाये हैं । पूरी परियोजना समय से काफी विलम्ब से पूरी होने की उम्मीद है, पर सरकार जनता को गुमराह कर रही है ।
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