मामला दिवंगत अषोक सिंघल को श्रद्धांजलि देने का
घोर असहिश्णुता का निंदनीय उदाहरण आप सरकार ने सदन में प्रस्तुत किया
प्रखर राश्ट्रवादी नायक को श्रद्धांजलि नहीं अर्पित करने दी गयी
-विजेन्द्र गुप्ता
दिल्ली विधानसभा सत्र के प्रथम दिन आज नेता प्रतिपक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता ने विष्व हिन्दू परिशद के संस्थापक प्रखर राश्ट्रवादी नायक श्री अषोक सिंघल के निधन पर सदन द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया । इसका अनुमोदन भाजपा के अन्य दोनों विधायकों सर्वश्री ओम प्रकाष षर्मा और जगदीष प्रधान ने किया । इसके बाद ही आम आदमी पार्टी के अनेक विधायक अपनी सीट से उठ खड़े हुए और हो-हल्ला मचाकर दिवंगत अषोक सिंघल को श्रद्धांजलि अर्पित किये जाने का लगातार विरोध किया । इस दौरान उपमुख्यमंत्री मनीश सिसौदिया और विधानसभा अध्यक्ष का व्यवहार भी अमर्यादित रहा । दोनों वरिश्ठजनों ने पार्टी के विधायकों को न तो रोका और न ही श्रद्धांजलि अर्पित करने दिया ।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि सार्वजनिक मंचों से जो पार्टी और उसके मुख्यमंत्री लोगों को सहिश्णुता का पाठ पढ़ाते हैं, वे खुद कितने संगदिल और असहिश्णु हैं, इसका जीता जागता उदाहरण आज सदन में देखने को मिला । विधानसभा का सत्र षुरू होने के पहले दिन सदन किसी विधानसभा सदस्य या अन्य बड़े नेता के निधन या किसी बड़ी त्रासदी पर मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित किये जाने की परम्परा रही है । इस परम्परा को आज आम आदमी पार्टी की सरकार ने तार-तार करके यह दिखा दिया कि यह पार्टी भारतीय संस्कृति, परम्परा, मर्यादा और संसदीय मूल्यों में विष्वास नहीं रखती है । इस पार्टी पर अराजक होने का जो आरोप लगता रहा है, उसे आप विधायकों ने आज सही साबित करके दिखा दिया । श्री गुप्ता ने कहा है कि आज की सदन की सत्ता पक्ष की अमर्यादित कार्यवाही की जितनी भी निंदा की जाए, कम है ।
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