केजरीवाल सरकार ने गरीब आॅटो चालकों के साथ किया धोखा - दिल्ली भाजपा
दिल्ली भाजपा ने केजरीवाल सरकार द्वारा 10,000 आॅटो परमिट वितरण में धांधलियों के मामले में परिवहन मंत्री गोपाल राय का इस्तीफा मांगा
केजरीवाल सरकार कंठ तक भ्रष्टाचार में डूबी है और यह भ्रष्टाचार अब इतना बढ़ गया है कि अपने प्रबल समर्थक माने जाने वाले आॅटो चालकों से तक सरकार अब छल कर रही है। पहले ट्रांस्पोर्ट विभागों में भ्रष्टाचार दलालों के माध्यम से होता था अब उनका स्थान आम आदमी पार्टी के वोलेन्टियरों एवं विधायकों ने ले लिया है। सरकार में चली धांधली के चलते बजाये गरीब आॅटो ड्राइवरों को परमिट मिलने के अधिकतर परमिट आॅटो माफिया के हाथों में पहुंचने की जानकारी मिल रही है।
दिल्ली में प्रदूषण कंट्रोल को आड़ बना केजरीवाल सरकार ने 10,000 आॅटो परमिट जारी करने की घोषणा की जिसके बाद लगभग 17,000 परमिटों के लिए निवेदन प्राप्त हुये हैं और यहीं से दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार का खेल शुरू हुआ है। परमिट बांटने में भारी अनियमिततायें हैं, कम्प्यूटरकृत ड्रा, पहले आओ पहले पाओ आधार से वितरण की स्थापित नीति की बजाये ट्रांस्पोर्ट विभाग में सत्ताधारी दल के वोलेन्टरियों एवं कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की सांठगांठ द्वारा अपनों के बीच आॅटो परमिटों को बांट दिया गया है। इसमें पैसे के लेनदेन से बंदरबांट की भी जानकारी मिल रही है।
भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री रोहित राजपाल ने घोषणा की कि सोमवार 28 दिसम्बर को भाजपा से जुड़े आॅटो चालक भारतीय मजदूर संघ के सहयोग से 12 बजे से सचिवालय पर प्रदर्शन करेंगे।
भारतीय मजदूर संघ के श्री राजेन्द्र सोनी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के स्पष्ट निर्देश हैं कि 12 फरवरी, 2015 के बाद जारी आॅटो चालक बैज धारकोें को परमिट न दिये जायें पर वर्तमान आबंटन में इन निर्देशों की अवहेलना के साथ-साथ किसी भी पूर्व स्थापित दिशा निर्देश का पालन नहीं हुआ है केवल मंत्री श्री गोपाल राय से जुड़े वोलेन्टियरों का खेल चला है।
सरकार द्वारा जारी 10,000 की सूची पर भाजपा के एक सक्रिय कार्यकत्र्ता श्री आनंद त्रिवेदी द्वारा की गई सेम्पल पड़ताल में पाया गया है कि जांचे गया है कि अनेक आवेदकों के नाम एव ंपते फर्जी हैं खासकर करावल नगर एवं घौडा विधानसभा क्षेत्रों के हैं। श्री त्रिवेदी द्वारा उन घरों पर जाकर की गई जांच में पाया गया कि वहां दिये गये नाम का कोई व्यक्ति आज और न पहले कभी रहा है। लेटर आफ इंटेन्ट जारी करने में भी घपले हुये हैं आप वोलेन्टियरों द्वारा असल काॅपी हाथों हाथ बांट दी गई डाक में फोटो कापी गई है। ऐसे में इस सूची की विश्वसनीयता संदेह के घेरे में हैं। सरकार द्वारा वेबसाइट पर डाली गई लिस्ट की सेम्पल जांच में ही क्रम संख्या 90, 117, 274, 467, 473, 497 प्रारम्भिक तौर पर ही फर्जी व्यक्ति एव ंपते पाये गये हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय ने दिल्ली के उपराज्यपाल श्री नजीब जंग को पत्र लिखकर उनका ध्यान दिल्ली सरकार द्वारा जारी किये जा रहे आॅटो रिक्शा परमिट वितरण में अनियमितताओं की शिकायतों की आकृष्ट किया है। श्री उपाध्याय ने उपराज्यपाल से अनुरोध किया है कि वह ट्रांस्पोर्ट विभाग से इस संबंध में रिपोर्ट मांगे तथा एन्टी करपशन ब्रांच को परमिट वितरण प्रक्रिया की जांच का आदेश देें।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय ने 45,000 आॅटो परमिट दिल्ली में जारी करने की अनुमति इस वर्ष के प्रारम्भ में दिल्ली सरकार को दी थी। केजरीवाल सरकार ने 30,000 आॅटो परमिट जारी किये थे और अब 15,000 आॅटो परमिट शेष हैं पर सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए सार्वजनिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए अब 10,000 आॅटो परमिट जारी करने की घोषणा की है।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि जब सरकार के पास सर्वोच्च न्यायालय से अनुमोदित 15,000 आॅटो परमिट जारी करने की अनुमति है तो सरकार क्यों यह बंदरबांट करवा रही है। सरकार या तो सभी 17,000 आवेदकों को परमिट दे या फिर 10,000 परमिट कम्प्यूटरीकृत ड्रा से जारी करे।
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