दिल्ली में लोकतंत्र नहीं एकतंत्र की सरकार चल रही है - सतीश उपाध्याय
नई दिल्ली, 26 मई। भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय ने दिल्ली विधानसभा में आज चले घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया करते हुये कहा है कि उपराज्यपाल पर महाअभियोग पर चर्चा और भाजपा विधायक श्री ओमप्रकाश शर्मा को विधानसभा से बाहर किया जाना अब स्पष्ट दर्शाते हैं कि दिल्ली में लोकतंत्र नहीं एकतंत्र की सरकार चल रही है।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि भाजपा लगातार कहती रही है कि श्री अरविंद केेजरीवाल और उनके सहयोगी किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था को नहीं मानते हैं, यह एक अधिनायकवादी अराजक गुट है जो सत्ता में आकर पूरी तरह निरंकुश हो गया है। मात्र तीन महीने में मैं और मेरी मर्जी के सिद्धांत पर चल रही सरकार आज उपराज्यपाल पर महाअभियोग का अधिकार मांग रही है। हो सकता है तीन और महीने बीतते बीतते यह दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायाधीशों पर महाअभियोग का अधिकार भी मांग सकते हैं यदि इनके एक मंत्री श्री जितेन्द्र सिंह तोमर या किसी विधायक के विरूद्ध कोई निर्णय सुना दें।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि जिस तरह आज विधायक श्री ओम प्रकाश शर्मा को सरकार एवं विधानसभा अध्यक्ष श्री रामनिवास गोयल ने सदन के बाहर निकलवाया वह श्री गोयल एवं मुख्यमंत्री के विपक्ष की तरफ लगातार चल रही कटुता का एक और प्रमाण है। आश्चर्य का विषय है कि सबको साथ लेेकर चलने की बात बोलकर सत्ता में आये लोग आज विधानसभा में थोड़ा सा विरोध सहने को भी तैयार नही हैं।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि भाजपा लगातार कहती रही है कि श्री अरविंद केेजरीवाल और उनके सहयोगी किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था को नहीं मानते हैं, यह एक अधिनायकवादी अराजक गुट है जो सत्ता में आकर पूरी तरह निरंकुश हो गया है। मात्र तीन महीने में मैं और मेरी मर्जी के सिद्धांत पर चल रही सरकार आज उपराज्यपाल पर महाअभियोग का अधिकार मांग रही है। हो सकता है तीन और महीने बीतते बीतते यह दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायाधीशों पर महाअभियोग का अधिकार भी मांग सकते हैं यदि इनके एक मंत्री श्री जितेन्द्र सिंह तोमर या किसी विधायक के विरूद्ध कोई निर्णय सुना दें।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि जिस तरह आज विधायक श्री ओम प्रकाश शर्मा को सरकार एवं विधानसभा अध्यक्ष श्री रामनिवास गोयल ने सदन के बाहर निकलवाया वह श्री गोयल एवं मुख्यमंत्री के विपक्ष की तरफ लगातार चल रही कटुता का एक और प्रमाण है। आश्चर्य का विषय है कि सबको साथ लेेकर चलने की बात बोलकर सत्ता में आये लोग आज विधानसभा में थोड़ा सा विरोध सहने को भी तैयार नही हैं।
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