दिल्ली बीजेपी प्रेस रिलीज़ - 15 May, 2015
श्रीमती बरखा सिंह को दिया नोटिस उतना ही गैर कानूनी है जितना जनता की आवाज को कुचलने के लिये जारी किया परिपत्र था और न्यायालय में इस नोटिस का भी वही हस्र होगा जो मीडिया विरोधी परिपत्र का हुआ-सतीश उपाध्याय
श्री उपाध्याय ने कहा है नोटिस को पढ़ प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट हो जाता है कि सरकार यह कहना चाहती है कि महिला आयोग की इतनी हिम्मत कैसे हुई कि उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल के सबसे नजदीकी व्यक्ति श्री कुमार विश्वास के खिलाफ शिकायत दर्ज कर समन जारी कर दिया।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि नोटिस में सरकार ने ऐसा दर्शाने की कोशिश की है कि 5 मई का नोटिस 5 मई को ही दिया गया हो जबकि सच यह है कि महिला आयोग ने श्री कुमार विश्वास को पहले 4 मई को बुलाया था पर जब वह 4 मई को नहीं आये तब उन्हें 5 मई को बुलाया गया था।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि बदले की भावना से जारी इस कारण बताओ नोटिस के बाद अब यह स्पष्ट है कि श्री अरविंद केजरीवाल और श्री कुमार विश्वास सहित उनके सहयोगियों को संविधानिक निकायों, महिलाओं या महिला अधिकारों के प्रति कोई सम्मान नहीं है।
मीडिया विरोधी परिपत्र की ही तरह श्रीमती बरखा सिंह को जारी इस कारण बताओ नोटिस की भाषा स्पष्ट बोलती है कि आखिर तुमने आम आदमी पार्टी के विरूद्ध बोलने की हिम्मत कैसे जुटाई।
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