केजरीवाल अपने मंत्री इमरान हुसैन को अविलंब बर्खास्त कर पूरे मामले की सी.बी.आई. जाॅंच करवायें -विजेन्द्र गुप्ता
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता श्री विजेन्द्र गुप्ता ने आज कहा कि केजरीवाल सरकार में खाद्य एवं आपूर्ति तथा पर्यावरण मंत्री श्री इमरान हुसैन के स्टिंग से यह स्पश्ट हो गया है कि वे किस प्रकार आम आदमी पार्टी और सरकार का जिम्मेदार नेता भ्रश्टाचार में डूबा हुआ है । यह सरकार के लिये बहुत षर्म की बात है कि एक के बाद एक उसके मंत्री तथा विधायक भ्रश्टाचार में लिप्त पाये जा रहे हैं । उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करी कि वह अपने मंत्री को अविलंब बर्खास्त करें । उन्होंने सारे मामले की तह तक जाकर सच्चाई का पता लगाने के लिये सी.बी.आई. जाॅंच की मांग भी करी । उन्होंनें कहा कि आज जारी हुये स्टिंग से यह सिद्ध हो गया है कि वर्तमान मंत्री भी बर्खास्त किये गये अपने से पूर्व रहे मंत्री श्री असिम अहमद खान की राह पर चल रहे हैं । श्री केजरीवाल ने जिस प्रकार अपने पूर्व खाद्य मंत्री को आनन फानन में बर्खास्त किया था उसी प्रकार अब वर्तमान खाद्य मंत्री को भी बर्खास्त करना चाहिये ।
श्री गुप्ता ने कहा कि श्री इमरान हुसैन को श्री केजरीवाल ने जब असिम के स्थान पर मंत्री बनाने का एलान किया था तब हमने कहा था कि वे चांदनी चैक में बिल्डर माफिया के रूप में मषहूर है और उनके खिलाफ अनेक गम्भीर मामले हैं । परंतु मुख्यमंत्री ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसकी परिणति आज स्टिंग के रूप में सामने आई है और दिल्ली सरकार एक बार फिर षर्मसार हुई है । उन्होंने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री यह बताने का कश्ट करेंगे कि आंतरिक लोकपाल ने ही टिकट देने से पहले सभी आवेदकों की जांच पड़ताल की थी । इसके बाद एक ही वर्श पूरा होने से पहले ही दो मंत्रियों को भ्रश्टाचार के आरोप में हटाना पड़ा और चार मंत्रियों के विभाग बदलने पड़े । अब इमरान हुसैन तीसरे मंत्री हैं जिन्हें भ्रश्टाचार में लिप्त पाया गया है ।
विपक्ष के नेता ने कहा कि श्री इमरान हुसैन के उपरोक्त प्रसंग से यह स्पश्ट हो जाता है कि केजरीवाल सरकार किस प्रकार भ्रश्टाचार को बढ़ावा दे रही है । जब उनके मंत्रियों का आचरण ही इतना भ्रश्ट है तो सरकार की ईमानदारी का अंदाजा भलीभांति लगाया जा सकता है ।
श्री गुप्ता ने कहा कि श्री इमरान हुसैन को श्री केजरीवाल ने जब असिम के स्थान पर मंत्री बनाने का एलान किया था तब हमने कहा था कि वे चांदनी चैक में बिल्डर माफिया के रूप में मषहूर है और उनके खिलाफ अनेक गम्भीर मामले हैं । परंतु मुख्यमंत्री ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसकी परिणति आज स्टिंग के रूप में सामने आई है और दिल्ली सरकार एक बार फिर षर्मसार हुई है । उन्होंने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री यह बताने का कश्ट करेंगे कि आंतरिक लोकपाल ने ही टिकट देने से पहले सभी आवेदकों की जांच पड़ताल की थी । इसके बाद एक ही वर्श पूरा होने से पहले ही दो मंत्रियों को भ्रश्टाचार के आरोप में हटाना पड़ा और चार मंत्रियों के विभाग बदलने पड़े । अब इमरान हुसैन तीसरे मंत्री हैं जिन्हें भ्रश्टाचार में लिप्त पाया गया है ।
विपक्ष के नेता ने कहा कि श्री इमरान हुसैन के उपरोक्त प्रसंग से यह स्पश्ट हो जाता है कि केजरीवाल सरकार किस प्रकार भ्रश्टाचार को बढ़ावा दे रही है । जब उनके मंत्रियों का आचरण ही इतना भ्रश्ट है तो सरकार की ईमानदारी का अंदाजा भलीभांति लगाया जा सकता है ।
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