आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के एक साल के विफल प्रशासन के खिलाफ 35 हजार कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विशाल केन्डल मार्च निकाला
केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को ठगा व धोखा दिया - अजय माकन
आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर दिल्ली कांग्रेस ने मनाया छलावा दिवस। कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं ने हाथों में मोमबत्तियां व मशाल लेकर राजघाट से केन्डल मार्च शुरु करके आई.टी.ओ. पर खत्म की। इस पैदल मार्च में केजरीवाल सरकार की विफलता के एक वर्ष के संबध में बनाए गाने को भी बजाया गया तथा केजरीवाल सरकार के खिलाफ नारे लगाए जा रहे थे जैसे ना पेन्शन ना पगार है विज्ञापन की सरकार है, एक साल की दुखद कहानी, कूड़ा बन गई राजधानी आदि। 35 हजार कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाथों में फूल लेकर पदयात्रा की और अंत में इन फूलों को केजरीवाल को इस आशा से समर्पित किया जाएगा कि इस साल का वैलेन्टाइन डे तो बन गया छलावा दिवस परंतु दिल्ली का जो हाल इस साल हुआ वो हाल अगले साल न हो केजरीवाल लड़ाई झगड़ा व राजनीति न करके दिल्ली का विकास करें।
आज की इस केन्डल मार्च को दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित ने झंडा दिखाकर रवाना किया। केन्डल मार्च मंे प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय माकन के अलावा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिल्ली प्रभारी श्री पी.सी. चाको, अ0भा0क0कमेटी के सचिव कुलजीत नागरा, नसीब सिंह, मनीष चतरथ, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता श्रीमती शर्मिष्ठा मुखर्जी, पूर्व सांसद सर्वश्री सज्जन कुमार रमेश कुमार, संदीप दीक्षित, महाबल मिश्रा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व मंत्री श्री अरविन्दर सिंह लवली, पूर्व मंत्री श्री हारुन यूसूफ, डा0 नरेन्द्र नाथ, रमाकांत गोस्वामी, राजकुमार चैहान, मंगतराम सिंघल, तीनों में विपक्ष के नेता श्री मुकेश गोयल, श्री फरहाद सूरी, वरयाम कौर, बरखा सिंह, श्री चतर सिहं, ब्रहम यादव, जगजीवन शर्मा, एडवोकेट सुनील कुमार, दिनेश्वर त्यागी व 14 जिलों के जिला अध्यक्ष, सभी ब्लाक अध्यक्ष, मौजूद थे ।
कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए श्री अजय माकन ने कहा कि आज हजारों की संख्या में जो कार्यकर्ता इस
केन्डल मार्च में इकट्ठा हुए है उनका जोश देखते ही बनता है। उसके अंदर आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार के प्रति गुस्सा है। क्योंकि केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को ठगा है। आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार के एक साल लड़ाई झगड़े की राजनीति व छीटाकशी में बीते और दिल्ली का विकास एक जगह पर थम सा गया।
श्री माकन ने कहा कि केजरीवाल की राजनीति ही इंडिया अगेंस्ट करप्शन के आंदोलन से पैदा हुई। श्री अजय माकन ने कहा कि सिद्धांतों की बात करने वाले तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले केजरीवाल ने 2015 में जनलोकपाल बिल पेश किया जो कि बहुत ही कमजोर व निष्क्रिय है तथा जनलोकपाल को बनाने व हटाने के अधिकार अपने पास रख लिए है। श्री माकन ने कहा कि इस बिल से केजरीवाल ने जांच अधिकारी की क्लाॅज़ ही निकाल दी तथा एम.एल.ए. मंत्रियों को पब्लिक सर्वेन्ट की परिभाषा से बाहर कर दिया अर्थात पब्लिक सर्वेन्ट की परिभाषा की बात खत्म कर दी। उन्होंने कहा कि जितेन्द्र तौमर तथा आसीम अहमद खान जैसे भ्रष्ट विधायकों को 2015 के जन लोकपाल बिल में दो तिहाई बहुमत से जनलोकपाल को हटाने का अधिकार भी दिया। जबकि केन्द्र द्वारा बनाऐ गए लोकपाल कानून में लोकपाल को हटाने का अधिकार कम से कम 100 सांसदों को दिया गया था। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारी को सख्त सज़ा देने की बजाय अब केजरीवाल ने शिकायतकर्ता को ही सख्त सजा देने का प्रावधान कर दिया है।
श्री अजय माकन ने कहा केजरीवाल जो ईमानदारी का पाठ पढ़ाया करते थे उनका आधा मंत्रीमंडल ही आज भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसा हुए है तथा अगले मंत्री की विकेट भी गिरने वाली है। श्री माकन ने कहा कि ईमानदारी का राग अलापने वाले केजरीवाल ने अभी तक न जितेन्द्र तौमर और न ही असीम अहमद खान को अपनी पार्टी से निकाला है जबकि दूसरी ओर पारदर्शिता की बात करने वाले पंजाब के तीन सांसदों को अपनी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
केजरीवाल सरकार ने दिल्ली सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर अखबारों में चार-चार पेज के विज्ञापन देकर करदाताओं के खून पसीने की कमाई के 80 करोड़ रुपये फूंक दिए। परंतु उनके पास विधवाओं, विकलांगो तथा वरिष्ठ नागरिकों को पिछले एक साल से पेन्शन देने के लिए पैसा नही है। सफाई कर्मचारियों, डाक्टरों तथा नर्सो, अध्यापकों को वेतन देने से तो दूर रही उन्होंने तो निगमों को कर्ज देते समय अस्थाई सफाई कर्मचारियों, बेलदारों को हटाने की शर्त लगा डाली तथा चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की नई भर्तियों पर भी रोक लगाई।
श्री अजय माकन ने कहा कि हमने कल केजरीवाल सरकार के असफलता के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष में एक
रिपोर्ट कार्ड जारी किया था जिसमें हमने केजरीवाल सरकार को 100 में से 0 अंक दिए थें जबकि केजरीवाल सरकार को माइन्स में अंक मिलने चाहिए। क्योंकि जब से केजरीवाल सत्ता में आए है दिल्ली की विकास की गति रुक गई है। कोई कार्य नही हुआ है। एक अस्पताल, एक स्कूल, एक फ्लाईओवर तक नहीं बना है।
श्री अजय माकन ने कहा कि केजरीवाल से यह पूछना चाहते है कि जब वे विपक्ष में थे तो जनता की राय की बात किया करते थे परंतु उन्होंने अपने विधायकों के वेतन में 400 प्रतिशत की वृद्धि करने के लिए क्या जनता से कोई राय मांगी जबकि वे बात-बात पर जनता की राय का बखान करते है। श्री माकन ने कहा कि केजरीवाल ने विधायकों की तनख्वा 2.35 लाख रुपये प्रतिमाह कर दी। इसके साथ ही 12 लाख रुपये कार लोन के लिए दे दिए ताकि 6-6 लाख की दो गाडि़या इवन-आॅड नम्बर की खरीद सके। तीन लाख रुपये का ट्रेवलिंग अलाउॅस दे दिया ताकि विधायक अपने परिवार के साथ कहीं पर भी सैर सपाटा कर सके।
श्री माकन ने कहा कि हमने अपने आज के इस केन्डल मार्च की समाप्ति की जगह मीडिया हाउस बहादुर शाह जफर मार्ग इसलिए रखी है कि मीडिया केजरीवाल के 526 करोड़ के दबाव में न आए क्यांेकि उन्होंने करोड़ों-करोड़ो के विज्ञापन देकर विपक्ष की आवाज बनाने की रणनीति बनाई है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के पास विज्ञापनों के लिए 526 करोड़ है परंतु हमारे पास तो 526 लाख भी नही है। श्री माकन ने कहा कि जितना अधिकार सताधारी पार्टी का मीडिया में छपने का है उतना ही अधिकार विपक्ष का है। श्री माकन ने कहा कि यदि विपक्ष का गला घोट दिया जायेगा तो लोकतंत्र ही खत्म हो जायेगा और यदि लोकतंत्र खत्म हो गया तो लोकतंत्र का चैथा खम्बा मीडिया भी नही बचेगा।
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