आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार के कार्यों का एक साल का रिपोर्ट कार्ड का परिणाम - फेल - अजय माकन
दिल्ली कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी की सरकार को दिए 100 में से 0 अंक
पार्टी के दिल्ली में शासन के एक साल पूरे होने पर एक रिपोर्ट कार्ड जारी किया जिसमें केजरीवाल सरकार को परिणाम फेल दिखाते हुए 100 अंकों में सक 0 अंक देकर उनकी नाकामियों का विस्तृत वर्णन किया है। इस रिपोर्ट कार्ड का ‘‘केजरीवाल एक साल दिल्ली बेहाल’’ के लिखित नारे के साथ जारी किया गया।
रिपोर्ट कार्ड को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया रुम मंे जारी करने के बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय माकन ने संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार के एक साल के कुशासन के खिलाफ दि0प्र0क0कमेटी कल 14 फरवरी को ‘‘छलावा दिवस’’ के रुप में मनाऐगी। जिसमें राजघाट से लेकर आई.टी.ओ. चैक तक केन्डल मार्च सायं 5 बजे निकाला जायेगा। इस मार्च मेें कांग्रेस पार्टी द्वारा केजरीवाल की एक साल की विफलता के उपर बनाऐ गए गाने को गाया जायेगा। जिसमें कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे।
आज के संवाददाता सम्मेलन में श्री अजय माकन के अलावा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिल्ली प्रभारी श्री पी.सी. चाको, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व मंत्री श्री अरविन्दर सिंह लवली, मुख्य प्रवक्ता श्रीमती शर्मिष्ठा मुखर्जी, पूर्व मंत्रियों में श्री हारुन यूसूफ, डा0 ए0के0वालिया, डा0 योगानन्द शास्त्री, डा0 नरेन्द्र नाथ, डा0 किरण वालिया, श्री राजकुमार चैहान, श्री मंगत राम सिंघल, श्री रमाकांत गोस्वामी भी मौजूद थे।
रिपोर्ट कार्ड में आठ अध्याय हैं जिनमें, सिद्धांत, विफल प्रशासन, रुका विकास, कीमतों में वृद्धि, महिला विरोध सरकार, गरीब तबके की अवहेलना, आम आदमी पार्टी द्वारा बनाऐ गए कानून तथा आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए बड़े-बड़े वायदों का विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है।
संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए श्री अजय माकन ने केजरीवाल सरकार की विफलताओं का विवरण देने
से पहले दिल्ली कांग्रेस द्वारा बनाया गया केजरीवाल की असफलताओं का गीत व पांच कार्टून भी जारी किए। श्री माकन ने कहा कि आम आदमी पार्टी व भा.ज.पा. दोनो एक ही सिक्के के दो पहलू है क्योंकि जिस समय विधायकों के वेतन बढ़ाने की बात हुई थी उस समय भा.ज.पा. के तीनों विधायकों ने उसके खिलाफ प्रदर्शन करने की बात कही थी। परंतु बड़े आश्चर्य की बात है कि जिस दिन यह बिल पास हुआ भा.ज.पा. के तीनों विधायक सदन से गायब थे और उन्होंने कोई प्रदर्शन भी नहीं किया। श्री अजय माकन ने केजरीवाल के 25 मार्च 2012 के उस ट्वीट का हवाला देते हुए कहा था कि राजनीतिक पार्टियों में लोकपाल 44 वर्षों में कोई सहमति नहीं बनी परंतु जब तनख्वा बढानी होती है तो 5 मिनट में सहमति हो जाती है। श्री अजय माकन ने कहा कि केजरीवाल से यह पूछना चाहते है कि जब वे विपक्ष में थे तो सहमति की बात करते थे परंतु उन्होंने अपने विधायकों के वेतन में 400 प्रतिशत की वृद्धि करने के लिए क्या जनता से कोई राय मांगी जबकि वे बात-बात पर जनता की राय का बखान करते है। श्री माकन ने कहा कि हमारा दूसरा कार्टून है ‘‘आज इस पल को जी ले जरा, सरकार कल हो ना हो’’ अथार्त केजरीवाल ने विधायकों की तनख्वा 2.35 लाख रुपये प्रतिमाह कर दी। इसके साथ ही 12 लाख रुपये कार लोन के लिए दे दिए ताकि 6-6 लाख की दो गाडि़या इवन-आॅड नम्बर की खरीद सके। तीन लाख रुपये का ट्रेवलिंग अलाउॅस दे दिया ताकि विधायक अपने परिवार के साथ कहीं पर भी सैर सपाटा कर सके।
श्री अजय माकन ने कहा कि हमारा अगला कार्टून फ्री वाई-फाई का है जिसमें यह कहा गया है कि फ्री वाई-फाई का इस्तेमाल करने के लिए पोलिटिकली करेक्ट पासवर्ड दबाएं। अर्थाता लोगों को फ्री वाई-फाई का जो वादा किया गया था वो झूठ था।
श्री अजय माकन ने कहा कि हमारा अगला कार्टून सुबह का बेईमान अगर शाम को केजरीवाल के साथ हो ले तो उसे बेईमान नही कहते, इस विषय पर है अर्थात केजरीवाल जो ईमानदारी का पाठ पढ़ाया करते थे उनके एक तिहाई मंत्री ही आज भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसे हुए है। बड़ी अजीब बात है कि तौमर जैसे मंत्री जो झूठी डिग्री के आरोप में जेल की हवा तक खा चुके है वे केजरीवाल के साथ बैठते है जब केजरीवाल विधायकों को ईमानदारी का पाठ पढ़ा रहे होते है। श्री माकन ने कहा कि क्या केजरीवाल पारस के है कि उनके पास बैठने वाला भ्रष्ट मंत्री भी पाक-साफ हो जाएगा। श्री माकन ने कहा कि ईमानदारी का राग अलापने वाले केजरीवाल ने अभी तक न जितेन्द्र तौमर और न ही असीम अहमद खान को अपनी पार्टी से निकाला है जबकि दूसरी ओर पारदर्शिता की बात करने वाले पंजाब के तीन सांसदों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा देते है।
श्री अजय माकन ने कहा कि सिद्धांतों की बात करने वाले तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले केजरीवाल ने
2015 में जनलोकपाल बिल पेश किया जो कि बहुत ही कमजोर व निष्क्रिय है। श्री माकन ने कहा कि केजरीवाल की राजनीति ही इंडिया अगेंस्ट करप्शन के आंदोलन से पैदा हुई। श्री माकन ने कहा कि इस बिल से केजरीवाल ने जांच अधिकारी की क्लाॅज़ ही निकाल दी तथा एम.एल.ए. मंत्रियों को पब्लिक सर्वेन्ट की परिभाषा से बाहर कर दिया अर्थात पब्लिक सर्वेन्ट की परिभाषा की बात खत्म कर दी। उन्होंने कहा कि जितेन्द्र तौमर तथा आसीम अहमद खान जैसे भ्रष्ट विधायकों को 2015 के जन लोकपाल बिल में दो तिहाई बहुमत से जनलोकपाल को हटाने का अधिकार भी दिया। जबकि केन्द्र द्वारा बनाऐ गए लोकपाल कानून में लोकपाल को हटाने का अधिकार कम से कम 100 सांसदों को दिया गया था। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारी को सख्त सज़ा देने की बजाय अब केजरीवाल ने शिकायतकर्ता को ही सख्त सजा देने का प्रावधान कर दिया है।
श्री माकन ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता जो दिल्ली में सरकारी पदों पर बैठे हुए है वे सरकार में रहते हुए भी सोशल मीडिया में अपने नाम से ट्वीट करते है तथा आये दिन टेलीविजन पर आम आदमी पार्टी का पक्ष रखते हुए नजर आते है। श्री माकन ने आशीष खेतान का उदाहरण देते हुए कहा कि वे दिल्ली डायलाॅग कमीशन के वाईस चैयरमेन है परंतु मीडिया में आम आदमी पार्टी का पक्ष रखते हुए भी नजर आते हैै।
श्री अजय माकन ने कहा कि केजरीवाल सरकार के कार्यकाल में प्याज, चीनी, तथा आटो परमिट घोटाले हुए है। जबकि केजरीवाल कहा करते थे कि वे दिल्ली को भ्रष्टाचार मुक्त शासन देंगे। श्री माकन ने कहा कि चुनाव से पहले एक तरफ तो केजरीवाल अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई करने की बात किया करते थे वहीं दूसरी ओर दिल्ली नगर निगम को इस शर्त पर कर्ज देते है कि उन्हें एक साल के अंदर-अंदर पहले से कार्य कर रहे अस्थाई सफाई कर्मचारियांे, बेलदारों तथा चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को हटाना होगा।
श्री अजय माकन ने कहा कि केजरीवाल की सरकार अनुभवहीन व गैरजिम्मेदार सरकार है क्योंकि यदि हम डेंगू व स्वाईन फ्लू की बात करें तो यह सरकार डेंगू व स्वाइनफ्लू को फेलने से रोकने में फेल रही है। यदि समय रहते डेंगू की रोकथाम की जाती तो दिल्ली में डेंगू के कारण महामारी जैसा माहौल नहीं बनता। 2014 में डेंगू के 1996 मामले आए व 3 लोगों की मृत्यु हुई थी जबकि 2015 में 15730 डेंगू के मामले आए और 38 लोगों की मृत्यु हुई, इसकी प्रकार 2014 में स्वाईन फ्लू के 38 मामले सामने आए व एक व्यक्ति की मृत्यु हुई। जबकि 2015 में 4288 केस स्वाईन फ्लू के सामने आए तथा 12 लोगों की मृत्यु हुई।
श्री माकन ने कहा कि गर्मी के मौसम में बिजली व पानी की बहुत किल्लत हुई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा दिल्ली के लिए समय पर पानी नहीं छोड़ा गया था क्योंकि दिल्ली सरकार ने समय रहते उनसे पानी छोड़ने का निवेदन नहीं किया था। छठ पूजा के समय यमुना की सफाई नहीं की गई और रमजान के अवसर पर दिल्ली में पर्याप्त इंतजाम किए गए।
श्री अजय माकन ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल की सरकार दोषारोपण व झगड़े की राजनीति की सरकार रही है। यदि पानी की किल्लत हुई तो उन्होंने हरियाणा पर दोष मंड दिया। दिल्ली नगर निगम के संकट के लिए भा.ज.पा. की केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। श्री अजय माकन ने कहा कि कांग्रेस की सरकार 15 साल दिल्ली में रही तथा उस कार्यकाल में 6 चुनाव जीते। जबकि पहले दिल्ली के कार्यकाल में केन्द्र में भा.ज.पा. की अगुवाई वाली सरकार थी परंतु कांग्रेस ने कभी केन्द्र सरकार से झगड़ा नही किया। क्योंकि कांग्रेस की नियत काम करने की थी इसलिए श्रीमती शीला दीक्षित के कार्यकाल में दिल्ली का चहुॅमुखी विकास भी हुआ। श्री अरविन्द केजरीवाल ने यह भी घोषणा कर डाली कि भविष्य में नये फ्लाई ओवर नही बनाऐ जायेंगे। श्री केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस को ठुल्ला तक कह डाला। अपने आंतरिक लोकपाल एडमिरल रामदास को बाहर का रास्ता तक दिखा दिया। किसान गजेन्द्र सिंह की मृत्यु पर आम आदमी पार्टी ने असंवेदनशीलता दिखाई तथा उसकी मौत का राजनीतिकरण से भी नहीं चूके। श्री केजरीवाल ने मीडिया पर आप पार्टी के खिलाफ सुपारी लेने तक का आरोप लगा डाला।
श्री अजय माकन ने कहा कि किसी भी सरकार का आंकलन उसके राजस्व वसूलने से होता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015-16 के लिए वेट कलैक्शन का टारगेट रखा हुआ था उसमें से 3000 करोड़ रुपये की कमी आई है। यदि हम 2012-13 की बात करें जब दिल्ली मंे कांग्रेस की सरकार थी तो दिल्ली में राजस्व बढ़ौतरी 21.2 प्रतिशत थी, 2013-14 में यह घटकर 10.61 प्रतिशत हो गई जबकि 2014-15 में यह घटकर 2.64 प्रतिशत रह गई।
श्री माकन ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले यह कहा था कि एक वर्ष में 180 प्राइमरी हैल्थ सेन्टर स्थापित करेंगे परंतु इस एक वर्ष में केवल 2 हैल्थ सेन्टर स्थापित कर पाऐ है। उन्होंने कहा था कि वे एक वर्ष में 6000 अतिरिक्त बिस्तर अस्पतालों में मुहैया कराऐंगे जबकि एक वर्ष में केवल 293 बिस्तर ही उपलब्ध करा पाऐ है। जबकि ये बिस्तर भी इसलिए आ सके कि यह प्रक्रिया कांग्रेस के समय में शुरु हो गई थी।
श्री माकन ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार महिला विरोधी सरकार है क्योंकि इनके मंत्री मंडल में एक भी महिला को मंत्री नही बनाया गया और यदि हम महिलाओं के प्रति अपराधों की बात करे तो 2014 में महिला अपराधों की सख्यां 6488 थी जो कि 2015 में बढ़कर 7566 हो गई।
श्री अजय माकन ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने गरीब तबके की अवहेलना की है तथा अनाधिकृत कालोनियों में पिछले एक वर्ष में विकास के नाम पर एक ईंट तक नहीं लगी है। झुग्गी वालों को पक्के मकान देने की बजाय इंदरलोक तथा शकूरबस्ती में रह रहे गरीब लोगों की झुग्गियां तक तोड़ डाली। श्री माकन ने कहा कि हमने एक जनहित याचिका के द्वारा दिल्ली सरकार को यह आदेश कराऐ थे कि शकूरबस्ती से उजाड़े गए लोगों को पुर्नस्थापित किया जाऐ परंतु अभी तक इस दिशा में कुछ नहीं हुआ है।
श्री अजय माकन ने कहा कि यदि हम पूरे रिपोर्ट काडऱ् का अध्ययन करें तो हम पाते है कि आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार पूरी तरह से विफल रही है तथा उनके द्वारा किए गए चुनावी वायदे खोखले साबित हुए है। और दिल्ली की जनता आम आदमी पार्टी को अप्रत्याशित बहुमत देकर आज ठगा सा महसूस कर रही है।
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