भारतीय जनता पार्टी के आआपा से 5 सवाल
नई दिल्ली, 5 फरवरी। भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में स्थायी सरकार बनाने और दिल्ली के सर्वांगीण विकास
तथा दिल्ली को वल्र्ड क्लास स्मार्ट सिटी बनाने के लिये चुनाव लड़ रही है। दूसरी तरफ ‘आप’ झूठे वायदे और अफवाहों को आधार बनाकर दिल्ली की जनता को गुमराह करने का कुप्रयास कर रही है।
आज कांग्रेस नेता श्री अजय माकन ने रहस्योदघाटन किया कि आआपा ने पिछले चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के लिए संपर्क किया था। इससे न केवल आआपा के कांग्रेस और भ्रष्टाचार विरोधी न होने का पता चलता है बल्कि यह भी साबित होता है कि श्रीमती सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली एनएसी की बैठकों में भाग लेने से लेकर कांग्रेस के साथ सरकार बनाने तक और श्रीमती शीला दीक्षित को भ्रष्टाचार के आरोपों से बचाने के लिए आआपा और कांग्रेस में एक गुप्त समझौता था। अब सही समय आ गया है कि श्री केजरीवाल कांग्रेस पार्टी के साथ अपने संबंधों के बारे में सही जानकारी जनता को दें।
अतः भाजपा निम्नलिखित पांच प्रश्न आआपा और उसके संयोजक श्री अरविन्द केजरीवाल से पूछे है इनमें से कुछ प्रश्न पुराने हो सकते हैं किन्तु आआपा ने उनके उत्तर नहीं दिये हैं। इन्हें तब तक पूछते रहना आवश्यक है जब तक कि उनके उत्तर मिल नहीं जाते।
आज भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में वरिष्ठ भाजपा नेता श्रीमती निर्मला सीतारमन ने पांच सवाल पूछे हैं और आआपा नेतृत्व से उनका स्पष्ट जवाब देने या इंकार करने को कहा है।
प्रश्न-1 भाजपा ने महंगाई के कारण जीवन यापन की लागत बढ़ने से राहत देने के लिए विकलांगों, विधवाओं, बेघर महिलाओं और बुजुर्गों की पेंशन बढ़ाने का वायदा किया है, आम आदमी पार्टी ने ऐसे उपाय करने का वायदा क्यों नहीं किया ? क्या बुजुर्ग लोग जो पेंशन पर निर्भर हैं, आम आदमी नहीं हैं ?
प्रश्न-2 भाजपा ने “आवश्यक औषधि नीति“ तैयार करने का वायदा किया है जिससे प्रत्येक नागरिक को 25 आवश्यक दवायें मुफ्त मिलेंगी, आपातकाल में उपयोग होने वाली दवा सभी को निश्चित रूप से उपलब्ध होगी, आआपा ने इस ओर ध्यान क्यों नहीं दिया है ? यह सुनिश्चित करना कि 25 जीवन रक्षक दवाओं की कमी किसी भी नागरिक को न हो और यह भी सुनिश्चित करना कि ये गरीबों को मुफ्त मिलें क्या आम आदमी के ऐजेंडा में नहीं है ?
प्रश्न-3 भाजपा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्वी और पश्चिमी कैम्पस स्थापित करने के लिए वायदा किया
है जिससे शिक्षकों, विद्यार्थियों और अन्य सहायक कर्मचारियों के नये पदों के रूप में बड़ी संख्या में नौकरियां मिलेंगी और छात्रों की सीटों की संख्या में भी वृद्धि होगी। आम आमदी पार्टी ने इसके बारे में क्यों नहीं सोचा ? क्या दिल्ली विश्वविद्यालय का विस्तार करना आआपा की प्राथमिकता नहीं है ?
प्रश्न-4 उत्तराखंड आआपा के पूर्व प्रदेश सचिव श्री भार्गव चंदोला ने 23 अगस्त, 2014 को पत्रकार सम्मेलन में यह आरोप लगाया है कि आआपा ने उत्तराखंड में हुई बाढ़ आपदा के शिकार लोगों के नाम पर बड़ी मात्रा में घन इकट्ठा किया था परन्तु वेबसाइट पर केवल 15 लाख रूपये की दिखाये और उसके बाद यह कभी नहीं बताया कि शेष राशि का उन्होंने क्या किया ? देहरादून के नेहरू कालोनी थाने में इस संबध में एक एफआईआर भी दर्ज की गई है क्या श्री केजरीवाल आपदा निधि के दुरूपयोग के गंभीर आरोप के बारे में जवाब देंगे ?
प्रश्न-5 आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार चुनाव में बांटने के लिए बड़ी मात्रा में शराब इकट्ठा करते हुये पकड़े गये हैं। यह पार्टी श्री केजरीवाल की चुनाव रैलियों में मतदाओं को नकद राशि बांटते हुये भी पकड़ी गई है। आआपा प्रुमख सदस्य धार्मिक सदभाव बिगाड़ते हुये भी और दिल्ली चुनाव में साम्प्रदायिक आधार पर ध्रुवीकरण करने का प्रयास करते हुये भी पकड़े गये हैं, क्या श्री केजरीवाल दिल्ली के मतदाताओं को यह बतायेंगे कि वे ऐसे गलत कार्य करने और निर्वाचन आयोग की आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन क्यों कर रहे हैं ?
ईमादारी का चोला पहने वाले आआपा संयोजक से उम्मीद है कि इन पांचों सवालों का जवाब ईमानदारी से देंगे।
तथा दिल्ली को वल्र्ड क्लास स्मार्ट सिटी बनाने के लिये चुनाव लड़ रही है। दूसरी तरफ ‘आप’ झूठे वायदे और अफवाहों को आधार बनाकर दिल्ली की जनता को गुमराह करने का कुप्रयास कर रही है।
आज कांग्रेस नेता श्री अजय माकन ने रहस्योदघाटन किया कि आआपा ने पिछले चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के लिए संपर्क किया था। इससे न केवल आआपा के कांग्रेस और भ्रष्टाचार विरोधी न होने का पता चलता है बल्कि यह भी साबित होता है कि श्रीमती सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली एनएसी की बैठकों में भाग लेने से लेकर कांग्रेस के साथ सरकार बनाने तक और श्रीमती शीला दीक्षित को भ्रष्टाचार के आरोपों से बचाने के लिए आआपा और कांग्रेस में एक गुप्त समझौता था। अब सही समय आ गया है कि श्री केजरीवाल कांग्रेस पार्टी के साथ अपने संबंधों के बारे में सही जानकारी जनता को दें।
अतः भाजपा निम्नलिखित पांच प्रश्न आआपा और उसके संयोजक श्री अरविन्द केजरीवाल से पूछे है इनमें से कुछ प्रश्न पुराने हो सकते हैं किन्तु आआपा ने उनके उत्तर नहीं दिये हैं। इन्हें तब तक पूछते रहना आवश्यक है जब तक कि उनके उत्तर मिल नहीं जाते।
आज भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में वरिष्ठ भाजपा नेता श्रीमती निर्मला सीतारमन ने पांच सवाल पूछे हैं और आआपा नेतृत्व से उनका स्पष्ट जवाब देने या इंकार करने को कहा है।
प्रश्न-1 भाजपा ने महंगाई के कारण जीवन यापन की लागत बढ़ने से राहत देने के लिए विकलांगों, विधवाओं, बेघर महिलाओं और बुजुर्गों की पेंशन बढ़ाने का वायदा किया है, आम आदमी पार्टी ने ऐसे उपाय करने का वायदा क्यों नहीं किया ? क्या बुजुर्ग लोग जो पेंशन पर निर्भर हैं, आम आदमी नहीं हैं ?
प्रश्न-2 भाजपा ने “आवश्यक औषधि नीति“ तैयार करने का वायदा किया है जिससे प्रत्येक नागरिक को 25 आवश्यक दवायें मुफ्त मिलेंगी, आपातकाल में उपयोग होने वाली दवा सभी को निश्चित रूप से उपलब्ध होगी, आआपा ने इस ओर ध्यान क्यों नहीं दिया है ? यह सुनिश्चित करना कि 25 जीवन रक्षक दवाओं की कमी किसी भी नागरिक को न हो और यह भी सुनिश्चित करना कि ये गरीबों को मुफ्त मिलें क्या आम आदमी के ऐजेंडा में नहीं है ?
प्रश्न-3 भाजपा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्वी और पश्चिमी कैम्पस स्थापित करने के लिए वायदा किया
है जिससे शिक्षकों, विद्यार्थियों और अन्य सहायक कर्मचारियों के नये पदों के रूप में बड़ी संख्या में नौकरियां मिलेंगी और छात्रों की सीटों की संख्या में भी वृद्धि होगी। आम आमदी पार्टी ने इसके बारे में क्यों नहीं सोचा ? क्या दिल्ली विश्वविद्यालय का विस्तार करना आआपा की प्राथमिकता नहीं है ?
प्रश्न-4 उत्तराखंड आआपा के पूर्व प्रदेश सचिव श्री भार्गव चंदोला ने 23 अगस्त, 2014 को पत्रकार सम्मेलन में यह आरोप लगाया है कि आआपा ने उत्तराखंड में हुई बाढ़ आपदा के शिकार लोगों के नाम पर बड़ी मात्रा में घन इकट्ठा किया था परन्तु वेबसाइट पर केवल 15 लाख रूपये की दिखाये और उसके बाद यह कभी नहीं बताया कि शेष राशि का उन्होंने क्या किया ? देहरादून के नेहरू कालोनी थाने में इस संबध में एक एफआईआर भी दर्ज की गई है क्या श्री केजरीवाल आपदा निधि के दुरूपयोग के गंभीर आरोप के बारे में जवाब देंगे ?
प्रश्न-5 आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार चुनाव में बांटने के लिए बड़ी मात्रा में शराब इकट्ठा करते हुये पकड़े गये हैं। यह पार्टी श्री केजरीवाल की चुनाव रैलियों में मतदाओं को नकद राशि बांटते हुये भी पकड़ी गई है। आआपा प्रुमख सदस्य धार्मिक सदभाव बिगाड़ते हुये भी और दिल्ली चुनाव में साम्प्रदायिक आधार पर ध्रुवीकरण करने का प्रयास करते हुये भी पकड़े गये हैं, क्या श्री केजरीवाल दिल्ली के मतदाताओं को यह बतायेंगे कि वे ऐसे गलत कार्य करने और निर्वाचन आयोग की आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन क्यों कर रहे हैं ?
ईमादारी का चोला पहने वाले आआपा संयोजक से उम्मीद है कि इन पांचों सवालों का जवाब ईमानदारी से देंगे।
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