सरकार पर्यावरण संकट का हल निकालने की बजाय अधिकारियों को लेकर उपराज्यपाल से उलझ रही है
खेद का विषय है कि केजरीवाल सरकार पर्यावरण संकट का हल निकालने की बजाय अधिकारियों को लेकर उपराज्यपाल से उलझ रही है, भाजपा मांग करती है कि सरकार सभी स्कूली बच्चों को मास्क एवं सांस व हृदय रोगियों के लिये अस्पताल में विशेष प्रबंध करे : सतीश उपाध्याय
नई दिल्ली, 5 नवम्बर। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय ने कहा है कि यह खेद का विषय है कि आज जब दिल्ली पर्यावरण संकट झेल रही है तब कोई ठोस समाधान रखने की बजाय दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार, ऊर्जा विभाग में अधिकारियों की नियुक्ति को लेकर उपराज्यपाल एवं केन्द्र सरकार पर आरोप-प्रत्यारोप कर रही है।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि पर्यावरण की यह समस्या आगामी दिनों में और गंभीर हो सकती है। निश्चित तौर पर हरियाणा एवं पंजाब में पराली को जलाया जाना वर्तमान में भारी प्रदूषण का एक बड़ा कारण हो सकता है पर यह आश्चर्य का विषय है कि दिल्ली में तो घुटन बेहद ज्यादा बढ़ चुकी है जबकि हरियाणा एवं पंजाब में जहां खेतों में आग लगाई जा रही है वहां प्रदूषण का स्तर इतना अधिक नहीं है। अतः सरकार को विशेषज्ञों से सही कारणों की जांच करानी चाहिये।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि यह समस्या अभी दो-चार दिनों में हल होने वाली नहीं है, दिल्ली में लोगों को गले की संक्रामक बीमारियां हो रही हैं। डाॅक्टरों का मानना है कि अगले कुछ दिनों मंे छोटे बच्चों को और सांस एवं हृदय रोग के मरीजों की कठिनाई बढ़ेगी, अतः दिल्ली सरकार जहां स्कूली बच्चों को मास्क उपलब्ध कराये वहीं मोबाइल डिस्पेंसरी और अस्पतालों में ऐसे मरीजों के लिये विशेष व्यवस्था कराये।
नई दिल्ली, 5 नवम्बर। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय ने कहा है कि यह खेद का विषय है कि आज जब दिल्ली पर्यावरण संकट झेल रही है तब कोई ठोस समाधान रखने की बजाय दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार, ऊर्जा विभाग में अधिकारियों की नियुक्ति को लेकर उपराज्यपाल एवं केन्द्र सरकार पर आरोप-प्रत्यारोप कर रही है।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि पर्यावरण की यह समस्या आगामी दिनों में और गंभीर हो सकती है। निश्चित तौर पर हरियाणा एवं पंजाब में पराली को जलाया जाना वर्तमान में भारी प्रदूषण का एक बड़ा कारण हो सकता है पर यह आश्चर्य का विषय है कि दिल्ली में तो घुटन बेहद ज्यादा बढ़ चुकी है जबकि हरियाणा एवं पंजाब में जहां खेतों में आग लगाई जा रही है वहां प्रदूषण का स्तर इतना अधिक नहीं है। अतः सरकार को विशेषज्ञों से सही कारणों की जांच करानी चाहिये।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि यह समस्या अभी दो-चार दिनों में हल होने वाली नहीं है, दिल्ली में लोगों को गले की संक्रामक बीमारियां हो रही हैं। डाॅक्टरों का मानना है कि अगले कुछ दिनों मंे छोटे बच्चों को और सांस एवं हृदय रोग के मरीजों की कठिनाई बढ़ेगी, अतः दिल्ली सरकार जहां स्कूली बच्चों को मास्क उपलब्ध कराये वहीं मोबाइल डिस्पेंसरी और अस्पतालों में ऐसे मरीजों के लिये विशेष व्यवस्था कराये।
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