पूर्व सैनिक श्री रामकिशन की आत्महत्या पर कांग्रेस एवं केजरीवाल की संवेदनायें राजनीति से प्रेरित
कांग्रेस वन रेंक-वन पेंशन समस्या के लिये जिम्मेदार तो केजरीवाल की नैतिकता गजेन्द्र की आत्महत्या के समय भी देखी गई थी: सतीश उपाध्याय
नई दिल्ली, 2 नवम्बर। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय ने पूर्व सैनिक श्री रामकिशन ग्रेवाल की आत्महत्या पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि वन रेंक-वन पेंशन एक बेहद संवेदनशील मसला है जिस पर पूर्व सैनिक विगत दो दशकों से संघर्षरत थे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने इस पर गंभीर कार्य किया है, हो सकता है अभी भी कुछ विसंगतियां हों पर सरकार द्वारा किये गये ठोस प्रयासों को देखते हुये सभी को संयम से काम लेना चाहिए।
श्री उपाध्याय ने पूर्व सैनिक श्री रामकिशन ग्रेवाल की दुखद आत्महत्या पर कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी द्वारा की जा रही राजनीति की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की लम्बी लापरवाही के चलते वन रेंक-वन पेंशन की समस्या उत्पन्न हुई जिसे मोदी सरकार ने पहली बार गंभीरता से हल करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के नेताओं के आज निकलते आंसू मगरमच्छी आंसू हैं जिनके पीछे केवल राजनीतिक सोच है।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि आम आदमी पार्टी का इस मुद्दे पर सारा आचरण अनैतिक है और इसके पीछे भी केवल राजनीति है, उन्हें सैनिकों की समस्या से कोई लेना देना नहीं है। वह केवल विभिन्न राज्यों में पूर्व सैनिकों के परिवारों के वोटों को देखकर आंसू बहा रहे हैं।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का यह कहना कि जिस राज्य में पूर्व सैनिक ने आत्महत्या की है उस राज्य के मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री को दिवंगत के परिवार से संवेदना प्रकट करना नैतिकता के आधार पर आवश्यक है और यह उनकी जिम्मेदारी है, बेहद नाटकीय लगता है। केजरीवाल एवं सिसोदिया वे लोग हैं जिन्होंने इसी जन्तर मन्तर पर अपनी आंख के सामने मरते किसान गजेन्द्र को बचाने की कोई चेष्टा नहीं की थी और लगभग 48 घंटे तक अदृश्य हो गये थे।
नई दिल्ली, 2 नवम्बर। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय ने पूर्व सैनिक श्री रामकिशन ग्रेवाल की आत्महत्या पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि वन रेंक-वन पेंशन एक बेहद संवेदनशील मसला है जिस पर पूर्व सैनिक विगत दो दशकों से संघर्षरत थे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने इस पर गंभीर कार्य किया है, हो सकता है अभी भी कुछ विसंगतियां हों पर सरकार द्वारा किये गये ठोस प्रयासों को देखते हुये सभी को संयम से काम लेना चाहिए।
श्री उपाध्याय ने पूर्व सैनिक श्री रामकिशन ग्रेवाल की दुखद आत्महत्या पर कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी द्वारा की जा रही राजनीति की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की लम्बी लापरवाही के चलते वन रेंक-वन पेंशन की समस्या उत्पन्न हुई जिसे मोदी सरकार ने पहली बार गंभीरता से हल करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के नेताओं के आज निकलते आंसू मगरमच्छी आंसू हैं जिनके पीछे केवल राजनीतिक सोच है।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि आम आदमी पार्टी का इस मुद्दे पर सारा आचरण अनैतिक है और इसके पीछे भी केवल राजनीति है, उन्हें सैनिकों की समस्या से कोई लेना देना नहीं है। वह केवल विभिन्न राज्यों में पूर्व सैनिकों के परिवारों के वोटों को देखकर आंसू बहा रहे हैं।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का यह कहना कि जिस राज्य में पूर्व सैनिक ने आत्महत्या की है उस राज्य के मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री को दिवंगत के परिवार से संवेदना प्रकट करना नैतिकता के आधार पर आवश्यक है और यह उनकी जिम्मेदारी है, बेहद नाटकीय लगता है। केजरीवाल एवं सिसोदिया वे लोग हैं जिन्होंने इसी जन्तर मन्तर पर अपनी आंख के सामने मरते किसान गजेन्द्र को बचाने की कोई चेष्टा नहीं की थी और लगभग 48 घंटे तक अदृश्य हो गये थे।
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