दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने दिल्ली के लोगों की बुनियादी समस्याओं का हल निकालने के लिए ‘‘मेरी दिल्ली, मेरे सपने’’ कार्यक्रम की घोषणा की
- दिल्लीवालों के सपनां का शहर बनाऐगी कांग्रेस-घर-घर जाकर लोगों से लिया जायेगा सुझाव- अजय माकन
- दिल्ली कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली के तकरीबन 13 हजार पोलिंग बूथों के क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों की समस्याओं को एकत्रित करके विशेषज्ञों एवं आम नागरिकों की राय लेकर सच्चे समाधान निकालेगी-अजय माकन
- दिल्ली कांग्रेस नगर निगम को वित्तिय रुप से आत्म निर्भर करने के लिए गृह कर, टोल टैक्स, बाहरी विज्ञापन तथा पार्किंग के क्षेत्र में भ्रष्टाचार खत्म करके पारदर्शी व्यवस्थता को लागू करेगी- अजय माकन
- दिल्ली कांग्रेस नगर निगम की व्यवस्था में सुधार करने के लिए ठोस कूड़े का प्रबंधन (Solid Waste Management), राजकोषियप्रबंधन, (Fiscal Management), प्राथमिक शिक्षा (Primary Education), प्राथमिक स्वास्थ्य (Primary Health) आदि बिन्दुओं पर कार्य करेगी- अजय माकन
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर, 2016 दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय माकन ने आज ‘‘मेरी दिल्ली, मेरे सपने’’ नाम के कार्यक्रम की घोषणा की जिसके तहत दिल्ली कांग्रेस 21 विधानसभाओं में होने वाले संभावित उपचुनावों तथा 2017 में होने वाले नगर निगम चुनावों की तैयारियों को लेकर दिल्ली के लिए विस्तृत रुप रेखा बनाई। इस कार्यक्रम के तहत दिल्ली कांग्रेस के कार्यकर्ता घर-घर जाकर दिल्ली के लोगों से उनकी बुनियादी समस्याओं का पता लगाकर विशेषज्ञों के साथ सच्चा समाधान निकालकर उस पर कार्य करेंगे। कांग्रेस ने दिल्ली के 13 हजार पोलिंग बूथों को 3857 सेक्टरों में विभाजित किया है तथा इन सैक्टरों की जिम्मेदारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को दी गई है। संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय माकन के अलाव मुख्य प्रवक्ता श्रीमती शर्मिष्ठा मुखर्जी, चतर सिंह व ब्रहम यादव भी मौजूद थे।
प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए श्री अजय माकन ने कहा कि दिल्ली विधानसभा की 21 सीटों पर उपचुनाव होने की बहुत प्रबल संभावनाएँ है तथा 2017 में दिल्ली नगर निगम के चुनाव होने हैं। ‘‘मेरी दिल्ली, मेरे सपने’’ नाम के कार्यक्रम के तहत दिल्ली कांग्रेस के कार्यकर्ता दिल्ली की बस्तियों,कालोनियों, सोसायटियों तथा गांवों में जाकर लोगों से बात करके उनसे सुझाव लेंगे कि उनके क्षेत्र की बेहतरी के लिए कौन-कौन से और कार्य किए जा सकते हैं। इसके बाद इन सुझावों को एकत्रित करके एक दस्तावेज बनाया जायेगा तथा लोगों की समस्याओं व सुझावां को संग्रहित करके विशेषज्ञों एवं महत्वपूर्ण लोगों के साथ बैठक व संवाद करके सच्चा समाधान निकाला जायेगा। इस सच्चे समाधान को जमीनी हकीकत में बदलना ही कांग्रेस का संकल्प होगा। श्री माकन ने कहा कि मैंने केन्द्र में शहरी विकास एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री रहते हुए मैंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जो अनुभव प्राप्त किया है कि किस प्रकार दिल्ली की मूलभूत समस्याओं से निजात पाई जा सकती है तथा हमनें अन्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शहरों का अध्ययन करके विशेषज्ञों की राय लेने के बाद दिल्ली के लिए चार महत्वपूर्ण बिन्दुओं को चिन्हित किया है। इन बिन्दुओं को लेकर हम दिल्ली को संवारने का कार्य करेंगे जिसमें ठोस कूड़े का प्रबंधन (Solid Waste Management),राजकोषिय प्रबंधन, (Fiscal Management), प्राथमिक शिक्षा (Primary Education), प्राथमिक स्वास्थ्य (Primary Health) आदि विषय होंगे।
श्री माकन ने कहा दिल्ली में जगह-जगह गंदगी के ढेर नजर आते है जहां पर न सिर्फ बीमारियों के कीटाणु फैलते है बल्कि यह कूड़ा नालियों व सड़कों पर फैलकर बीमारियों के फैलने का कारण बनता है तथा मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया आदि बीमारियों का शिकार दिल्लीवालों को होना पड़ता है। दिल्ली में नालियों की हालत खस्ता है तथा पानी निकासी की सही व्यवस्था भी नही है। इसलिए ठोस कूडे़ के प्रंबधन, नालियों को व्यवस्थित करना, सीवरेज तथा दिल्ली की सफाई व्यवस्था को बनाऐ रखने के लिए एकीकृत प्रणाली बनाएंगे। हमारी कोशिश विशेषज्ञों व आम नागरिकों से जानकारी लेकर सच्चा समाधान ढूढंने की होगी।
श्री माकन ने कहा कि नगर निगम को आए दिन कटोरा लेकर दिल्ली सरकार व केन्द्र सरकार के पास अपने वित्तिय प्रबंधन के लिए जाना पड़ता है जो कि बड़े ही दुर्भाग्य की बात है। निगमों को आए दिन न्यायालयों से लताड़ पड़ती है या आए दिन कर्मचारियों के वेतन का भुगतान न करने कारण हड़तालों का सामना करना पड़ताहै। श्री माकन ने कहा कि AAP पार्टी पार्टी की दिल्ली सरकार जानबूझकर निगमों के बजट में कटौती कर रही है। 2013-14 में जब दिल्ली में कांग्रेस की सरकार थी उस समय दिल्ली नगर निगम को 1881.35 करोड़ रुपया आंवटित किया गया था जो कि कुल प्लान बजट का 11.76% था। दूसरी ओर 2014 में केन्द्र सरकार के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी दिल्ली के बजट में कटौती की थी तथा वर्तमान वर्ष में कटौती करके कुल प्लान बजट का केवल 8.31% ही कर दिया गया। यदि 2013-2014 के प्लान एलोकेशन के बराबर की राशि के प्रतिशत का पैसा दिया गया होता तो यह राशि 1712.50 करोड़ की जगह 2422.56 करोड़ रुपया होती। अर्थात नगर निगम के बजट में 710.06 करोड़ की कटौती की गई। श्री माकन ने कहा कि हम पहले से दी गई व्यवस्था को लेकर नगर निगम में चार क्षेत्रों - गृह कर, टोल टैक्स, बाहरी विज्ञापन तथा पार्किंग से ज्यादा राजस्व वसूली करेंगे। श्री माकन ने कहा कि दिल्ली में काफी व्यवसायिक गतिविधियां होती है तथा निगमों के पास लैंड बैंक भी काफी है। श्री माकन ने कहा कि हम भ्रष्टाचार खत्म करके पारदर्शी तरीके से दूरदृष्टि नीतियों का निर्धारण करेंगे और ऐसी वित्तिय व्यवस्था करेंगे कि निगमों को पैसे के लिए दिल्ली व केन्द्र के सामने हाथ नही फैलाना पड़ेगा। श्री माकन ने कहा कि निगम में भा.ज.पा. शासित सरकार ने निगम को वित्तिय रुप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए कोई कार्य नही किया है।
श्री माकन ने कहा कि हमारा तीसरा मुख्य बिन्दु प्राथमिक शिक्षा होगा। निगम के विद्यालयों में गरीब तबके के छात्र शिक्षा लेते है इसलिए निगम के विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता एवं शिक्षा का वातारण बनाना बहुत जरुरी है ताकि दिल्ली के विकास में इन छात्रों की भागीदारी बन सके। दूसरी ओर आज निगम के विद्यालयों में शिक्षा की कोई ढांचागत सुविधाऐं नही है। तथा इन विद्यालयों में मानव संसाधन की भी कमी है। शिक्षकों के व्यवस्थित प्रशिक्षण की कमी व कमजोर प्रशासनिक व्यवस्था की वजह से उनमें नाकारात्मकता का अभाव है। कांग्रेस पार्टी नगर निगम के स्कूलों में पारदर्शी व परामर्श के द्वारा शिक्षा विशेषज्ञों के साथ बातचीत करके सच्चा समाधान ढूंढकर शिक्षा में गुणावतापूर्ण वृद्धि करने के लिए संकल्पित है।
श्री माकन ने कहा कि दिल्ली में प्राथमिक स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करने की बहुत जरुरत है क्योंकि प्राथमिक, द्वितिय व तृतीय स्वास्थ्य व्यवस्था में आपस में कोई सामंजस्य नही है इसलिए दिल्ली के नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाए प्राप्त करने में कठिनाईयां होती है। हॉल ही में डेंगू चिकनगुनियां व मलेरिया जैसी महामारियों के कारण दिल्लीवासियों को अपनी जान गंवानी पड़ी, इसलिए स्वास्थ्य को सफाई व्यवस्था से अलग करके नही देखा जा सकता। जन स्वास्थ्य सेवाओं में प्रशिक्षित मानव संसाधन व पारदर्शिता की कमी के कारण जन स्वास्थ्य सेवाओं में कमी रही है। कांग्रेस प्राथमिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में समस्याओं के सच्चे समाधान के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों एवं नागरिकों से राय लेकर पारदर्शी तरीके से जागरुकता फैलाकर, सफाई तथा पोषण को ध्यान में रखकर, स्वास्थ्य प्रबंधन में तत्परता व बीमारियों की तुरंत जांच के क्षेत्र में कार्य करेगी।
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