दिल्ली कांग्रेस ने "आप" पार्टी की सरकार को दिल्ली में फैल रही पानी से होने वाली बीमारियों के लिए जिम्मेदार ठहराया
Ø आप सरकार ने पिछले साल की गलतियों से कोई सबक नही सीखा- दिल्ली कांग्रेस
Ø आम आदमी पार्टी की सरकार, दिल्ली नगर निगम व भाजपा के द्वारा उचित कार्यवाही न करने के कारण दिल्ली के लोग परेशानियां झेल रहे है।
Ø आम आदमी पार्टी की सरकार, दिल्ली नगर निगम व भाजपा के द्वारा उचित कार्यवाही न करने के कारण दिल्ली के लोग परेशानियां झेल रहे है।
नई दिल्ली, दिल्ली प्रदेश काग्रेस कमेटी की मुख्य प्रवक्ता श्रीमती शर्मिष्ठा मुखर्जी ने आज कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के द्वारा समय पर तैयारियां पूरी न करने के कारण ही दिल्ली में वायरल बुखार जैसे डेंगू, चिकनगुनिया तथा मलेरियां ने महामारी का रुप ले लिया है। उन्होंने कहा कि आप पार्टी की दिल्ली सरकार ने अपने पिछले साल के अनुभव से जिसमें 16000 डेंगू के मामले हुए थे कोई सबक नही सीखा, क्योंकि पिछली वर्ष भी दिल्ली सरकार इन बीमारियों पर नियंत्रण करने में पूरी तरह से असफल रही थी। (पिछले 3 वर्षो में पानी के कारण फैली बीमारियों का आंकड़ा सलंग्न है)
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्रीमती शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि आप पार्टी की दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम में भाजपा की सरकार जो आपस में एक दूसरे के उपर आरोप प्रत्यारोप करते है जिसके कारण दिल्ली के लोगों परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। आज के संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मंत्री किरण वालिया, निगम पार्षद अभिषेक दत्त और वरिष्ठ नेता चतर सिंह भी मौजूद थे।
श्रीमती शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा दिल्ली में पानी से फैलने वाली बीमारियों का मुख्य कारण आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा मानसून की बारिश से पहले की जाने वाली तैयारियों की कमी तथा इस मामले में ठीक रुप से समन्वय स्थापित न कर पाना है। उन्होंने कहा कि नालों की डिसिल्टिंग 15 मई तक हो जानी चाहिए थी जो कि कांग्रेस के कार्यकाल में 15 मई तक पूरी हो जाती थी परंतु 5 जुलाई 2016 तक पीडब्लूडी रोड़ के नालों की डिसिल्टिंग का कार्य केवल 30 प्रतिशत ही हो पाया था। जबकि दिल्ली में मानसून 29 जून को ही आ गया था।
श्रीमती मुखर्जी ने कहा कि आप पार्टी की दिल्ली सरकार संबधित विभागों से समय पर समन्वय नही कर पाई थी जबकि उसको दिल्ली नगर निगम, केन्द्र सरकार तथा प्रशासनिक अधिकारियों से लड़ने से फुरसत नही थी इसलिए उनके पास डिसिल्टिंग व पानी से होने वाली को रोकने वाली बीमारियों को रोकने का समय ही नही था। उन्होंने कहा दिल्ली में कांग्रेस सरकार समय से पहले केन्द्र सरकार के विभिन्न विभागों सहित अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर लेती थी जिसके कारण बारिश आने से पहले कांग्रेस की दिल्ली सरकार पूरी तरह से तैयार रहती थी।
श्रीमती मुखर्जी ने कहा कि दिल्ली सरकार की नाकामी उस तथ्य से भी जाहिर होती है जिसके द्वारा 28 जुलाई 2016 को डायरेक्टर जनरल ऑफ हैल्थ सर्विसेस ने एक एडवाईजरी नोट जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि डायरेक्टर के संज्ञान में प्रिंट व मीडिया के द्वारा यह तथ्य सामने आया है कि दिल्ली में बुखार के मामले बढ़ गए है। उन्होने कहा कि दिल्ली के डायरेक्टर ऑफ हैल्थ सर्विसेस के स्टेट हैल्थ इंटेलिजेन्स ब्यूरो को हैल्थ के क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों के बारे में पता लग जाना चाहिए था। परंतु यह बड़े आश्चर्य की बात है कि वायरल वाली बीमारियों के बारे में मीडिया से पता लगा।
उन्होंने कहा कि आप पार्टी की दिल्ली सरकार तब हरकत में आई जब चीजे दायरे से बाहर हो जाती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के आंकडो के हिसाब 3 सितम्बर 2016 चिकनगुनिया के 560 मामले आ चुके थे जो कि सही तथ्य नही है जबकि मामले बहुत ज्यादा हुए है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सता में थी उस समय पानी से होने वाली बीमारियों के आंकडो को अस्पतालों से व्यवस्थित ढंग से इकटठे किए जाते थे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार अपनी जिम्मेदारियों से इस प्रकार पल्ला झाडती है वह साफ जाहिर होता है जब डायरेक्टर ऑफ हैल्थ की जगह दिल्ली के उप मुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया इन बीमारियों को लेकर बड़े-2 विज्ञापन देते है।
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