मनोज तिवारी ने बिजली और पानी की कटौती के विरूद्ध मुख्यमंत्री निवास पर विशाल प्रदर्शन का किया नेतृत्व
यह दुख की बात है कि उस समय जब जनता बिजली और पानी के मुद्दे पर केजरीवाल सरकार से अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपेक्षा करती है, हम यह देखते हैं कि वह अपने भ्रष्ट कृत्यों पर पर्दा डालने में लगे हैं और प्रतिदिन नये कांड सामने आते हैं-मनोज तिवारी
नई दिल्ली, 08 जून। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने आज दिल्ली में बिजली और पानी की भारी कटौती के विरूद्ध मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के निवास स्थान पर विशाल प्रदर्शन का नेतृत्व किया। हजारों प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के अवरोध तोड़े, पुलिस द्वारा चलाये गये वाटर कैनन का सामना किया और गिरफ्तारी दी। वे मांग कर रहे थे कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल उनसे मिलें और दिल्ली में बिजली और पानी की सप्लाई ठप्प होने की जिम्मेदारी स्वीकार करें। श्री मनोज तिवारी के अतिरिक्त सांसद डाॅ. उदित राज, नेता प्रतिपक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता, विधायक श्री ओ पी शर्मा और सरदार मनजिन्दर सिंह सिरसा, भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री सरदार आर पी सिंह, पूर्व विधायक सरदार अरविन्दर सिंह लवली, श्री मोहन सिंह बिष्ट, श्री नीलदमन खत्री, श्री मनोज शौकीन तथा उपाध्यक्ष श्री राजीव बब्बर और श्री जय प्रकाश ने प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित किया। प्रदर्शनकारियों में सम्मिलित थे प्रदेश पदाधिकारी श्री रविन्द्र गुप्ता, श्रीमती शिखा राय, श्री कुलवंत सिंह बाठ, श्री सतेन्द्र सिंह, श्री गजेन्द्र यादव, श्रीमती शोभा उपाध्याय, श्री हरीश खुराना, श्री प्रवीण शंकर, जिला अध्यक्ष श्री सुमन प्रकाश शर्मा, श्री अनिल शर्मा, श्री अरिवन्द गर्ग, श्री रोशन कंसल, श्री रामकिशोर शर्मा, श्री अजय महावर, श्री कैलाश जैन, श्री रमेश खन्ना, श्री भारत भूषण मदान, श्री दर्शन पाल एवं श्री रोहताश बिधूड़ी।
श्री मनोज तिवारी ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल सरकार की लापरवाही के चलते ही आज दिल्ली में बिजली और पानी की भारी कमी है। सरकार ने दिल्ली की जनता के साथ धोखा किया है। प्रशासक होते हुये भी इसने बिजली और पानी के समुचित वितरण के लिए समर एक्शन प्लान नहीं बनाया और न डी.ई.आर.सी. में अध्यक्ष की नियुक्ति की। इसके अतिरिक्त बिजली वितरण कम्पनियों द्वारा बिजली सप्लाई के मूलभूत ढांचे को सुदृढ़ न करके बड़ी लापरवाही की। इसी प्रकार सरकार दिल्ली जल बोर्ड के कामकाज में और योजना बनाने में असफल रही।
श्री तिवरी ने कहा कि यह दुख की बात है कि उस समय जब जनता बिजली और पानी के मुद्दे पर केजरीवाल सरकार से अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपेक्षा करती है, हम यह देखते हैं कि वह अपने भ्रष्ट कृत्यों पर पर्दा डालने में लगे हैं और प्रतिदिन नये कांड सामने आते हैं।
श्री विजेन्द्र गुप्ता ने कहा है कि केजरीवाल सरकार की निजी बिजली कम्पनियों के साथ मिलीभगत है और उसने कम मात्रा में बिजली खरीदने की छूट दे रखी है। मुख्यमंत्री द्वारा सिड््यूल और अनसिड्यूल बिजली कटौती की बात करना ही अपने आप में यह बताता है कि दिल्ली में बिजली की भारी कटौती हो रही है और जिसे सरकार की लापरवाही ने और अधिक गंभीर बना दिया है।
इस अवसर पर डाॅ. उदित राज ने कहा कि 2011 से 2015 तक अरविन्द केजरीवाल ने बिजली हाफ और पानी माफ का वायदा बार-बार दोहराया जिसके कारण दिल्ली की जनता ने मंत्रमुग्ध होकर 2015 में आम आदमी पार्टी को विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से जिताया किन्तु आज दिल्ली के लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और हाल ही में निगम चुनाव में उन्होंने आम आदमी पार्टी को नकार दिया। यह दुख की बात है कि इस प्रकार नकारे जाने के बाद भी केजरीवाल सरकार जनता को राहत देने के लिए कोई भी काम करने को तैयार नहीं हैं।
सरदार आर पी सिंह ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने न केवल बिजली और पानी की सप्लाई लाइनों के रख रखाव में लापरवाही की है बल्कि सत्ताधारी पार्टी के विधायकों की जनता के प्रति असंवेदनशीलता और अत्याचारी व्यवहारों के कारण जनता की शिकायतें बढ़ रही हैं।
सरदार अरविन्दर सिंह लवली ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने पावर सब्सिडी के नाम पर जनता को बेवकूफ बनाया है। पहले सभी वर्गों के उपभोक्ताओं को सब्सिडी मिलती थी किन्तु आज सीमित वर्ग को सब्सिडी मिल रही है। मुफ्त पानी की बात तो एक सपना बन कर रह गई है क्योंकि नलों में पानी ही नहीं है और उपभोक्ताओं को भारी बिल भेजे जा रहे हैं।
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