दिल्ली भाजपा ने केजरीवाल सरकार की स्वास्थ्य संबंधी घोषणा को बताया छलावा
केजरीवाल सरकार द्वारा आज घोषित वैकल्पिक स्वास्थ्य सेवायें अपनी सरकार के नित नये सामने आ रहे भ्रष्टाचार के मामलों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए एक छलावा मात्र हैं-मनोज तिवारी
केजरीवाल सरकार का निजी अस्पतालों के नाम का छलावा भी उसी तरह है जैसे मोहल्ला क्लीनिक का, स्वाइनफ्लू एवं डेंगू क्लीनिक और मुफ्त दवाओं का-विजेन्द्र गुप्ता
केजरीवाल सरकार का निजी अस्पतालों के नाम का छलावा भी उसी तरह है जैसे मोहल्ला क्लीनिक का, स्वाइनफ्लू एवं डेंगू क्लीनिक और मुफ्त दवाओं का-विजेन्द्र गुप्ता
नई दिल्ली, 8 जुलाई। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने आज विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता के साथ एक पत्रकारवार्ता को सम्बोधित करते हुये कहा कि दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार द्वारा आज बड़े-बड़े विज्ञापनों के माध्यम से घोषित वैकल्पिक स्वास्थ्य सेवायें अपनी सरकार के नित नये सामने आ रहे भ्रष्टाचार के मामलों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए एक छलावा मात्र हैं। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष श्री राजीव बब्बर एवं प्रवक्ता श्री अश्वनी उपाध्याय भी पत्रकारवार्ता में उपस्थित थे।
श्री मनोज तिवारी ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल सरकार ने विगत तीनों बजट प्रस्तुत करते हुये स्वास्थ्य मद के बजट में डेढ़ गुणा तक वृद्धि का दावा किया, अपने सभी अस्पतालों में सभी दवायें निःशुल्क उपलब्ध कराने और अपने सभी अस्पतालों को एम्स की तर्ज पर सुपर स्पेसियलिटी बनाने के दावे किये थे। केजरीवाल सरकार का अब लगभग आधा कार्यकाल सम्पूर्ण हो चुका है और ऐसे समय पर सरकार का निजी अस्पतालों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने का यह छलावा अंततः स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में केजरीवाल सरकार की पूरी तरह विफलता की स्वीकृति है।
श्री तिवारी ने कहा कि जिस तरह स्वास्थ्य एवं लोकनिर्माण विभाग के मंत्री सतेन्द्र जैन के अनेक फर्जीवाड़ों और हवाला कारोबार की जानकारी सार्वजनिक हुई है उसे ध्यान मंे रखते हुये ऐसा लगता है कि निजी अस्पतालों के माध्यम से जनता को स्वास्थ्य सेवायें देने का यह खेल एक नया भ्रष्टाचार का अवसर देना है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि जिस तरह आज सरकार को निजी अस्पतालों एवं जांच केन्द्रों को सेमीनार में आने के लिए बाध्य करने को सार्वजनिक चेतावनी नोटिस जारी करना पड़ा उससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार यह योजना जल्द बाजी में बिना तैयारी के लाई है।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि सरकार द्वारा की गई घोषणा एक धोखा है और उतना ही हसीन धोखा है जैसा मोहल्ला क्लीनिक खोलने के नाम पर दिया गया था। जिस तरह आज मोहल्ला क्लीनिक की सेवायें लगभग ठप्प हो चुकी हैं उसी तरह यह निजी अस्पतालों में इलाज के नाम पर जनता को दिया गया शगूफा भी बहुत जल्दी एक धोखा साबित होगा।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिस तरह की घोषणा आज सरकार ने की है उससे स्पष्ट है कि सरकार ने जिन अस्पतालों और जांच केन्द्रों को सूची बद्ध किया है उनसे कोई बातचीत नहीं की है, एग्रीमेन्ट नहीं किया है। निजी अस्पतालों के शल्यचिकत्साओं के काॅमर्सियल रेट होते हैं और किसी भी सरकार के लिए उन दरों पर भुगतान करना व्यवहारिक नहीं हो सकता ऐसे में सरकार बतायें कि किस तरह लोगों का इलाज करवायेगी।
श्री विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि सरकार जनता को बताये कि क्या निजी अस्पतालांे में आॅपरेशन के लिए भेजा जायेगा तो जुड़ा हुआ शेष इलाज सरकारी अस्पताल में होगा कि निजी अस्पताल में होगा ? इसी तरह आॅपरेशन के बाद होने वाली देखरेख की जिम्मेदारी निजी अस्पताल की होगी या फिर सरकारी अस्पताल की और यदि सरकारी अस्पताल द्वारा किसी निजी अस्पताल में भेजे मरीज के साथ कोई स्वास्थ्य हानि होती है तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी ?
श्री गुप्ता ने सरकार से पूछा है कि आम आदमी पार्टी द्वारा अपने चुनावी घोषणा-पत्र में 900 नये प्राइमरी हेल्थ सेंटर, सरकारी अस्पतालों में 30,000 नए बिस्तर जिनमें कि 4,000 बिस्तर जच्चा बच्चा के लिए होने थे और प्रत्येक 1,000 व्यक्तियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के पंाच बिस्तर होने का वायदा था, वह कहां है ?
श्री गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार प्रशासन के अन्य कार्यों की तरह स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में भी दिल्ली की जनता का विश्वास पूरी तरह खो चुकी है और यह निजी अस्पतालों के नाम का छलावा भी उसी तरह है जैसे मोहल्ला क्लीनिक का, स्वाइनफ्लू एवं डेंगू क्लीनिक और मुफ्त दवाओं का।
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