दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी जीएसटी के विरोध में 18 जुलाई को संसद पर प्रदर्शन करने की तैयारी को लेकर शुरु की जिलावार बैठकें
मोदी सरकार ने जीएसटी को सिर्फ अपने धनाड्य मित्रों को फायदा पहुॅचाने के लिए लागू किया है- अजय माकन
दिल्ली कांग्रेस के जीएसटी के विरोध में 18 जुलाई को होने वाले संसद पर प्रदर्शन को व्यापारिक संगठनों ने दिया समर्थन - अजय माकन
जीएसटी ने न सिर्फ व्यापारी वर्ग बल्कि आम जनता की कमर भी तोड़ दी है - अजय माकन
नई दिल्ली, 13 जुलाई, 2017 - दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय माकन की अगुवाई में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जीएसटी के वर्तमान स्वरुप के विरोध में 18 जुलाई ;मंगलवारद्ध को संसद पर प्रदर्शन करने की तैयारियों को लेकर जिलावार बैठके शुरु कर दी है जिसके तहत आज करोल बाग, नई दिल्ली, बाबरपुर और करावल नगर जिलें में बैठकें की गई। करावल नगर व बाबरपुर जिला बैठकों को श्री पी.सी. चाको ने भी सम्बोधित किया।
जीएसटी के विरोध में बैठकों में हजारो कार्यकर्ताओं व बहुत सारे व्यापारिक संगठनों ने में भी हिस्सा लिया। प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय माकन के अलावा प्रमुख नेताओं में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिल्ली प्रभारी श्री पी.सी. चाको, डा0 किरण वालिया, डा0योगानन्द शास्त्री, निगम पार्षद अभिषेक दत, सुशीला खोरवाल, जिला अध्यक्ष श्री मदन खोरवाल, श्री विरेन्द्र कसाना, पूर्व विधायक व जिला अध्यक्ष श्री भीष्म शर्मा और श्री सुरेन्द्र पाल सिंह बिट्टू, श्री चतर सिंह, श्री ब्रहम यादव, श्री जगजीवन शर्मा, महमूद जिया, प्रदेश महिला अध्यक्ष डा0 साई अनामिका, श्री अनिल कुकरेजा, पूर्व विधायक दर्शना रामकुमार, अजय विनायक सहित करोल बाग जिला से सेल परचेज मोटर एसोसिएशन, ऑटो पार्ट एसोसिएशन, टैंक रोड़ मार्किट एसोसिएशन, शू मार्किट देशबंधु गुप्ता रोड़ एसोसिएशन,रेगरपुरा व्यापार मित्रमंडल, गेस्ट हाउस व होटल एसोसिएशन तथा बवाना से स्क्रेप मार्किट एसोसिएशन के पदाधिकारी व सदस्य भी काफी मात्रा में उपस्थित थे।
बैठकों में उपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओं व व्यापारी वर्ग को सम्बोधित करते हुए श्री अजय माकन ने कहा कि अकसर होता है कि राजनैतिक पार्टियां जनता को प्रभावित करने वाले मुद्दो को लेकर आवाज उठाती है व सड़कों पर उतर कर धरने प्रदर्शन करती है। परंतु जीएसटी को लेकर आम जनता व व्यापारी वर्ग ने इतना रोष था कि जनता राजनैतिक पार्टियों के प्रदर्शन करने से पहले ही जीएसटी के खिलाफ सड़कों पर उतर आई। श्री माकन ने कहा कि मोदी सरकार जीएसटी के द्वारा यदि किसी को फायदा पहुचाने की कोशिश की है तो वह धनाड्य और बड़े-बड़े उद्योगपति जो उनके मित्र है।
श्री माकन ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी के गुजरात के सूरत में लाखों की संख्या में आम जनता व व्यापारी वर्ग सड़कों पर उतर आया। इसी प्रकार दिल्ली में भी व्यापारियों ने जीएसटी के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किए। श्री माकन ने कहा कि ऐसी परिस्थिति में हमारा दायित्व बन जाता है कि जीएसटी से प्रभावित होने वाली साधारण जनता व व्यापारी वर्ग की आवाज को उठाने व उनके कंधे से कंधा मिलाकर उनकी लड़ें, इसलिए हमने 18 जुलाई को जीएसटी के खिलाफ संसद पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है।
श्री माकन ने कहा कि चाहे साधारण वर्ग हो या व्यापारी वर्ग, जब जब इनके उपर परेशानियां आई है कांग्रेस पार्टी ने संसद और संसद के बाहर सड़कों पर उतरकर उनकी लड़ाई लड़ी है। श्री माकन ने कहा कि चाहे नोटबंदी हो, दिल्ली में सीलिंग का मामला हो, कांग्रेस ने हमेशा लोगों के लिए लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में सीलिंग को रोक कर कांग्रेस पार्टी ने लाखों लोगों की रोजी रोटी व मकान बचवाऐ थे। उन्होंने कहा इसी प्रकार हमने नोटबंदी के समय ब्लाक स्तर पर लोगां को जागृत किया व नोटबंदी के कारण गरीब व आम जनता पर पड़े दुष्प्रभावों का विरोध किया।
श्री अजय माकन ने कहा कि कांग्रेस 14 प्रतिशत की अधिकतम सीमा के साथ जीएसटी लाना चाहती चाहती थी जबकि भाजपा की केन्द्र सरकार ने जीएसटी को 6 स्लेब में लागू किया है तथा जिसमें 40 प्रतिशत तक की अधिकतम सीमा है, जबकि दुनियाभर में जहां-जहां जीएसटी लागू हुआ है वहां पर एक अधिकतम सीमा तय की गई है। उन्हांने कहा कि सूरत में लाखों लोगों ने जीएसटी के विरोध में प्रदर्शन किया जिसमें न सिर्फ व्यापारी वर्ग था बल्कि कर्मचारी व आम जनता भी थी।
श्री माकन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जब भी किसी कर प्रणाली को लागू किया है तो उस समय यह ध्यान रखा है कि रोटी, कपड़ा और मकान प्रभावित न हो क्योंकि यदि ये तीनों प्रभावित होते है तो आम जन भी प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के द्वारा जीएसटी लगाये जाने के बाद आम जन की रोटी, कपड़ा और मकान तीनों प्रभावित हुए हैं। मंहगाई आसमान छू रही है। आवश्यक वस्तुओं जैसे सब्जियों तक के दाम आम जन की पहुॅच से दूर हो रहे है और अकेले रसोई गैस पर 32 रुपये प्रति सिलैंडर बढ़ा दिया गया है। दिल्ली के कपड़ा व्यापारियों को दो जून की रोटी कमानी मुश्किल हो रही है क्योंकि जीएसटी के कारण उनका व्यापार ठप हो गया है और कपड़े बिक्री न के बराबर हो रही है।
श्री माकन ने कहा कि दिल्ली के व्यापारी वर्ग जीएसटी के कारण कमर टूट गई है और जीएसटी का असर न सिर्फ व्यापारी वर्ग पर पड़ा है बल्कि जनता भी प्रभावित हुई है। श्री माकन ने उदाहरण देते हुए कहा कि मोदी सरकार ने स्कूटर तथा मर्सिड्सि कार पर 28प्रतिशत जीएसटी लगाया है और ऐसा लगता है कि मोदी सरकार को स्कूटर तथा मर्सिड्सि चलाने वाले व्यक्ति एक समान दिख रहे है।
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