पश्चिम बंगाल में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा का प्रदर्शन
नई दिल्ली, 18 जुलाई। पश्चिम बंगाल में एक धर्म विशेष की महिलाओं पर हो रहे हैं निरंतर हमलो के खिलाफ आज दिल्ली भाजपा की महिला इकाई ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व मोर्चा की अध्यक्ष श्रीमती पूनम पाराशर झा ने किया। पश्चिम बंगाल से सांसद और केन्द्रीय मन्त्री श्री बाबुल सुप्रियो ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया। प्रदर्शनकारी महिलाएं चाणक्यपुरी स्थित पश्चिम बंगाल हाउस पर एकत्र हुई और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उपस्थित प्रदर्शनकारी महिलाओं को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मन्त्री श्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सत्ता के स्वार्थ में सांप्रदायिक आग से खेल रही हैं। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक उन्माद प्रायोजित है और इस उन्माद को रोकने में सरकार की नाकामी से ममता बनर्जी की नीयत जाहिर होती है। चुन-चुन कर भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले लोकतंत्र की हत्या का जिंदा सबूत हैं। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आग से खेलना भारी पडेगा।
भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय मंत्री एवं महिला मोर्चा पश्मिच बंगाल की प्रभारी श्रीमती पूजा कपिल मिश्रा ने कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री के राज में महिलाओं का प्रायोजित उत्पीडन ममता सरकार पर कलंक है और कलंकित पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ भाजपा का संघर्ष जारी रहेगा।
महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती पूनम पाराशर झा ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार के शासन मे पश्चिम बंगाल जल रहा है। प्रायोजित दंगों में चुन चुन कर महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी महिला उत्पीडन को रोकें या नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र दें।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री जय प्रकाश ने पश्चिम बंगाल सरकार को षड़यंत्रकारी सरकार का दर्जा दिया। उन्होंने कहा कि सत्ता के लोभ में मौजूदा सरकार देश की अखंडता के साथ खिलवाड़ कर रही है।
इस अवसर पर महिला मोर्चा पश्चिम बंगाल उपाध्यक्ष श्रीमती प्रियंका शर्मा टिबरेवाल, निगम पार्षद श्रीमती शशि चांनना, श्रीमती अनिता तंवर, श्रीमती कुसुम तोमर श्रीमती नीतू त्रिपाठी, महिला मोर्चा प्रदेश पदाधिकारी श्रीमती संतोष गोयल, श्रीमती अनिला शर्मा, श्रीमती गीता गुलाटी, श्रीमती श्यामबाला सहित बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं।
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