विपक्षी दलों की राज्य सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है बीजेपी
बंगाल से लेकर पुडुचेरी तक चुनी हुई सरकारों के ख़िलाफ़ की जा रही है साज़िश
इस वक्त देश में चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने की साज़िश की जा रही है, और ये साज़िश भारतीय जनता पार्टी शासित केंद्र सरकार के इशारों पर की जा रही है जिसमें विशेषकर बीजेपी की विपक्षी पार्टियों की सरकारों को निशाना बनाया जा रहा है। पश्चिम बंगाल से लेकर पुडुचेरी तक चुनी हुई सरकारों को ना केवल अनदेखा किया जा रहा है बल्कि जनता द्वारा चुने गए मुख्यमंत्री को अपमानित भी किया जा रहा है।
पार्टी कार्यालय में आयोजित हुई प्रैस कॉंफ्रेंस में बोलते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि ‘जिस प्रकार राजधानी दिल्ली में जनता द्वारा चुनी हुई आम आदमी पार्टी की सरकार को ना केवल परेशान किया गया बल्कि आप विधायकों के ख़िलाफ़ फ़र्जी मुकदमे करके और मुख्यमंत्री के दफ्तर तक पर छापा मार कर सरकार को अस्थिर करने की साज़िश केंद्र में बैठी बीजेपी के इशारे पर की गई, ठीक उसी तर्ज़ पर पश्चिम बंगाल में भी टीएमसी की सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्ज़ी के ख़िलाफ़ साज़िश की जा रही है। पश्चिम बंगाल में हुए साम्प्रदायिक तनाव को लेकर बीजेपी के द्वारा बंगाल के गवर्नर नियुक्त किए गए केशरीनाथ त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बड़े ही अपमानजनक और अशोभनीय तरीक़े से बात की जिसका खुलासा खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया है।
तो वहीं पुडुचेरी में वहां की उपराज्यपाल किरण बेदी ने संवैधानिक परम्पराओं को दरकिनार करते हुए बीजेपी के पदाधिकारियों और समर्थकों को नॉमिनेट करके विधानसभा की सदस्या दिलाई है। पूर्व में ऐसी नियुक्तियों को लेकर चुनी हुई सरकारों और मुख्यमंत्री के साथ विचार विमर्श किया जाता था लेकिन इस बार ऐसा ना करते हुए उपराज्यपाल किरण बेदी ने अपने स्तर पर ही बीजेपी पदाधिकारियों की नियुक्तियां कर दी।
तो वहीं लखनउ में दलित नेताओं और कुछ प्रबुद्ध लोगों को प्रेस क्लब परिसर से प्रेस कॉंफ्रेंस करने से पहले ही हिरासत में ले लिया गया क्योंकि वे लोग देश भर में दलितों पर हुए अत्याचार के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे थे। आज देश एक तानाशाही तंत्र की तरफ़ बढ़ रहा है जहां भारतीय जनता पार्टी को अगर आपकी कोई बात पसंद नहीं होगी तो आपकी आवाज़ को बलपूर्वक दबा दिया जाएगा
चुनाव आयुक्त की नियुक्तियों को लेकर ठोस कानून बनना ही चाहिए: AAP
EC की नियुक्तियों को लेकर कानून बनाने की सम्बंध में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं: सौरभ भारद्वाज
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने इस विषय पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ‘जिस प्रकार से सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द संसद में इस तरह के कानून को लेकर आए जिसके द्वारा चुनाव आयुक्त की नियुक्तियों को लेकर एक निश्चित प्रक्रिया स्थापित की जा सके, आम आदमी पार्टी सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश का सम्मान करती है और आम आदमी पार्टी का भी मानना है कि इस तरह की व्यवस्था बननी चाहिए जिसमें निष्पक्ष तरीक़े से चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की जा सके। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द से जल्द संसद इस तरह का कानून लेकर आएगी।
इस वक्त देश में चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने की साज़िश की जा रही है, और ये साज़िश भारतीय जनता पार्टी शासित केंद्र सरकार के इशारों पर की जा रही है जिसमें विशेषकर बीजेपी की विपक्षी पार्टियों की सरकारों को निशाना बनाया जा रहा है। पश्चिम बंगाल से लेकर पुडुचेरी तक चुनी हुई सरकारों को ना केवल अनदेखा किया जा रहा है बल्कि जनता द्वारा चुने गए मुख्यमंत्री को अपमानित भी किया जा रहा है।
पार्टी कार्यालय में आयोजित हुई प्रैस कॉंफ्रेंस में बोलते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि ‘जिस प्रकार राजधानी दिल्ली में जनता द्वारा चुनी हुई आम आदमी पार्टी की सरकार को ना केवल परेशान किया गया बल्कि आप विधायकों के ख़िलाफ़ फ़र्जी मुकदमे करके और मुख्यमंत्री के दफ्तर तक पर छापा मार कर सरकार को अस्थिर करने की साज़िश केंद्र में बैठी बीजेपी के इशारे पर की गई, ठीक उसी तर्ज़ पर पश्चिम बंगाल में भी टीएमसी की सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्ज़ी के ख़िलाफ़ साज़िश की जा रही है। पश्चिम बंगाल में हुए साम्प्रदायिक तनाव को लेकर बीजेपी के द्वारा बंगाल के गवर्नर नियुक्त किए गए केशरीनाथ त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बड़े ही अपमानजनक और अशोभनीय तरीक़े से बात की जिसका खुलासा खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया है।
तो वहीं पुडुचेरी में वहां की उपराज्यपाल किरण बेदी ने संवैधानिक परम्पराओं को दरकिनार करते हुए बीजेपी के पदाधिकारियों और समर्थकों को नॉमिनेट करके विधानसभा की सदस्या दिलाई है। पूर्व में ऐसी नियुक्तियों को लेकर चुनी हुई सरकारों और मुख्यमंत्री के साथ विचार विमर्श किया जाता था लेकिन इस बार ऐसा ना करते हुए उपराज्यपाल किरण बेदी ने अपने स्तर पर ही बीजेपी पदाधिकारियों की नियुक्तियां कर दी।
तो वहीं लखनउ में दलित नेताओं और कुछ प्रबुद्ध लोगों को प्रेस क्लब परिसर से प्रेस कॉंफ्रेंस करने से पहले ही हिरासत में ले लिया गया क्योंकि वे लोग देश भर में दलितों पर हुए अत्याचार के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे थे। आज देश एक तानाशाही तंत्र की तरफ़ बढ़ रहा है जहां भारतीय जनता पार्टी को अगर आपकी कोई बात पसंद नहीं होगी तो आपकी आवाज़ को बलपूर्वक दबा दिया जाएगा
चुनाव आयुक्त की नियुक्तियों को लेकर ठोस कानून बनना ही चाहिए: AAP
EC की नियुक्तियों को लेकर कानून बनाने की सम्बंध में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं: सौरभ भारद्वाज
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने इस विषय पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ‘जिस प्रकार से सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द संसद में इस तरह के कानून को लेकर आए जिसके द्वारा चुनाव आयुक्त की नियुक्तियों को लेकर एक निश्चित प्रक्रिया स्थापित की जा सके, आम आदमी पार्टी सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश का सम्मान करती है और आम आदमी पार्टी का भी मानना है कि इस तरह की व्यवस्था बननी चाहिए जिसमें निष्पक्ष तरीक़े से चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की जा सके। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द से जल्द संसद इस तरह का कानून लेकर आएगी।
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