दिल्ली पुलिस ने पानी की भारी बौछारें छोड़ भाजपा महिला मोर्चा प्रदर्शनकारियों को मुख्यमंत्री आवास में घुसने से रोका
प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू एवं महिला नेत्रियों पूनम पराशर झा, शिखा राय, कमलजीत सहरावत एवं शाजिया इल्मी आदि ने प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित किया
नई दिल्ली, 16 फरवरी। दिल्ली भाजपा उपाध्यक्ष श्रीमती शिखा राय और महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती पूनम पराशर झा के नेतृत्व में आज भाजपा महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने महिला सुरक्षा, महिलाओं के लिए नौकरियों एवं सुरक्षित सौहार्दपूर्ण वातावरण के निर्माण के चुनावी वायदों को पूरा न करने के विरोध में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के निवास पर रोष प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी महिलाओं द्वारा पुलिस द्वारा मुख्यमंत्री आवास से कुछ दूरी पर लगाये अवरोधों को तोड़े जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने भारी पानी की बौछारें छोड़ महिलाओं को मुख्यमंत्री आवास में घुसने से रोका।
दिल्ली भाजपा प्रभारी श्री श्याम जाजू प्रदर्शन में सम्मिलित हुये और कार्यकर्ताओं को सम्बोधित भी किया। दिल्ली भाजपा के महामंत्री श्री कुलजीत सिंह चहल, श्री रविन्द्र गुप्ता एवं श्री राजेश भाटिया ने भी प्रदर्शन में शामिल होकर महिला मोर्चा को समर्थन दिया।
प्रदर्शन में शामिल 2000 से अधिक महिला कार्यकर्ताओं में प्रमुख थीं श्रीमती कमलजीत सहरावत, श्रीमती शाजिया इल्मी, श्रीमती योगिता सिंह, श्रीमती शोभा उपाध्याय, श्रीमती मीनाक्षी, श्रीमती गुंजन नरूला और महिला मोर्चा की सभी 14 जिला अध्यक्ष। डाॅ. शोभा विजेन्द्र, श्रीमती सरिता चैधरी, डाॅ. नीलम गोयल, श्रीमती श्याम बाला, श्रीमती अर्चना गुप्ता, श्रीमती पूर्णिमा विद्यार्थी सहित अनेक महिला पार्षद भी प्रदर्शन में सम्मिलित हुईं।
प्रदर्शनकारी महिलाओं को सम्बोधित करते हुये श्री श्याम जाजू ने कहा कि यूं तो केजरीवाल सरकार ने अपने चुनावी वायदों पर सभी को निराश किया है पर सबसे बड़ा धोखा महिलाओं के साथ हुआ है क्योंकि अरविन्द केजरीवाल ने निर्भया मामले में जो प्रदर्शन किये उनसे एक महिला रक्षक की छवि बनी जिससे दिल्ली की महिलायें गुमराह हुईं।
श्री जाजू ने कहा कि महिला सुरक्षा, वोकेशनल ट्रेनिंग एवं महिला सशक्तिकरण को लेकर अरविन्द केजरीवाल ने बड़े बड़े सपने दिखाये पर सत्ता में आने के दो वर्ष बाद भी मुख्यमंत्री ने महिला सुरक्षा एवं महिला सशक्तिकरण पर कोई काम नहीं किया है। महिलाओं को सुरक्षा का भाव देने के लिये जरूरी बसों में मार्शल, महिला कैब, रात्रि यात्रा में महिलाओं की रात्रि यात्रा सुरक्षा जैसे आवश्यक काम आज भी दूर की कौड़ी हैं। महिला सशक्तिकरण का वायदा करने वाले केजरीवाल की सरकार एवं पार्टी दोनों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व नहीं है।
दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती पूनम पराशर झा ने कहा कि केजरीवाल सरकार बेहतर शिक्षा, नौकरियों एवं सुरक्षा का भाव देकर सत्ता में आई थी पर आज महिलायें भय के वातावरण में हैं और शासनतंत्र भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है और महिलाओं के लिए बेहतर रोजगार तो सपना बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि जहां केन्द्र सरकार ने महिलाओं के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना एवं सुकन्या जैसी योजनायें लागू की हैं वहीं केजरीवाल सरकार ने महिला भक्षक मंत्री दिये हैं।
श्रीमती शिखा राय ने कहा कि दिल्ली में महिलाओं के लिए सरकारी व्यवस्था का अंदाजा हमें आशा किरण एवं आशा ज्योति होम के हालात को देखकर लग सकता है। यह सोच कर भी दिल शर्मिंदगी से झुक जाता है कि इन सुरक्षा होम में अशक्त महिलाओं को निर्वस्त्र घूमते पाया गया है और महिलायें एवं बच्चों की मृत्यु कुपोषण एवं विषाक्त भोजन के कारण हुई हैं। यह बेहद दुखद है कि जहां आशा किरण एवं आशा ज्योति होम के मामलों ने दुनिया भर का ध्यान आकर्षित किया है वहीं आज तक आम आदमी पार्टी की एक भी महिला विधायक ने वहां जाकर असुरिक्षत महिलाओं के प्रति संवेदना प्रकट भी नहीं की है।
श्रीमती कमलजीत सहरावत ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने एक ओर तो महिलाओं को सरकार एवं पार्टी के नेतृत्व में उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिया वहीं दूसरी ओर उनकी गंदी राजनीति के कारण एक प्रशासकीय कार्य में उतकृष्ट अधिकारी श्रीमती शकुंतला गेम्बलिन को दिल्ली से बाहर जाना पड़ा जबकि दिल्ली की महिलायें उन्हें दिल्ली के मुख्य सचिव के रूप में देखना चाहती थीं।
श्रीमती शाजिया इल्मी ने कहा कि महिलायें चाहे झुग्गी में रहती हों या फिर बड़े महलनुमा मकानों मंे सभी खुद को असुरक्षित पाती हैं जब वह केजरीवाल सरकार के मंत्री एवं विधायकों को महिला उत्पीड़न, शीलहरण, बलात्कार में और आत्महत्या के लिए बाध्य करने के मामलों में पेशेवर बदमाशों को भी पीछे छोड़ते देखती हैं।
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