केजरीवाल ने पूर्ण राज्य की आड़ में झूठी जानकारी देने का अभियान चलाया है।- पी.सी. चाको
नई दिल्ली, अखिल भारतीय कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी श्री पी.सी. चाको ने कहा कि केजरीवाल ने पूर्ण राज्य की आड़ में झूठी जानकारी देने का अभियान चलाया है। उन्होंने कहा कि अपने पिछले साढ़े तीन वर्षो के कार्यकाल में केजरीवाल बुरी तरह से असफल रहे है। श्री चाको ने कहा कि हम पूर्ण राज्य के खिलाफ नही है परंतु पूर्ण राज्य की मांग करने से पहले बहुत सारे मुद्दे है जिन पर गंभीरता से निर्णय लेने होंगे। संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए श्री पीसी चाको ने कहा कि केजरीवाल अपने साढ़े तीन वर्षों के कार्यकाल की असफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए पूर्ण राज्य का ड्रामा कर रहे है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के पास जिन विषयों को लेकर पूरे अधिकार है उन पर काम करने में वे बुरी तरह से असफल रहे है। उन्होंने कहा कि नए घर बनाकर प्रत्येक दिल्ली वालों को देना तो दूर केजरीवाल जे.एन.एन.यू.आर.एम के अन्तर्गत कांग्रेस के शासन में बनाए गए घरो को अलाट करने में भी असफल रहे है। पिछले 3 वर्षों में रोजगार कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में केवल 344 लोगों को रोजगार दिया गया है, जबकि केजरीवाल ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में 8 लाख लोगों को रोजगार देने की बात की थी और अब केजरीवाल कह रहे है कि वे दिल्ली सरकार में 85 प्रतिशत दिल्ली वालों को नौकरी देंगे। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर दिल्ली के स्कूलों को एक लाख बच्चे छोड़कर जा चुके है वहीं केजरीवाल कह रहे है कि दिल्ली के सभी विद्यार्थियों को कालेज में दाखिला मिलेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार दिल्ली सरकार के सेवानिवृत कर्मचारियों को एक वर्ष में 3800 करोड़ रुपया पेंशन के रुप में देती है।
राजीव भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में श्री पी.सी. चाको के अलावा दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री डा0 ऐ0के0 वालिया और डा0 नरेन्द्र नाथ, वरिष्ठ नेता श्री चतर सिंह,मीडिया काओर्डिनेटर शिवम भगत, दिल्ली कांग्रेस के लीगल एवं हयूमन राईट विभाग के चैयरमेन एडवोकेट सुनील कुमार मौजूद थे।
श्री चाको ने कहा कि दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी होने की वजह से केन्द्र सरकार से हजारों करोड़ रुपया दिल्ली के विकास के लिए प्राप्त करता है। पूर्ण राज्य बनने के बाद दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी होने के नाते मिलने वाली बहुत सारी सुविधाओं से वंचित होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को ग्रांट इन एड के रुप में 790 करोड़ रुपया, 2018-19 के बजट में दिल्ली पुलिस को 6946 करोड़ रुपया, 2016-17 में यूजीसी के द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया तथा जे.एन.यू. को 2633 करोड़ रुपया केन्द्र सरकार से मिला था। इसी प्रकार दिल्ली के एम्स, सफदरजंग तथा राम मनोहर लोहिया अस्पताल जैसे पांच सुपर स्पेशिलिटी अस्पतालों को 3000 करोड़ रुपया दिया जाता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली मेट्रो को बनाने में आज तक 70,433 करोड़ रुपया खर्च हुआ है जिसमें से दिल्ली को 12.3 प्रतिशत यानि कि 7682.80 करोड़ रुपया दिल्ली सरकार ने खर्च किया है और बाकी सारा पैसा केन्द्र सरकार ने दिया है।
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री डा0 ए0के0 वालिया ने कहा कि केजरीवाल अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए पूर्ण राज्य का शगूफा छेड़ रहे है क्योंकि उनके द्वारा चुनाव घोषणा पत्र में किए गए एक भी वायदों को वे पूरा करने में नाकामयाब रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने वर्तमान संवैधानिक ढंाचे के अन्तर्गत रहकर दिल्ली में विकास के बहुत सारे कार्य किए है। डा0 वालिया ने कहा कि अपने साढ़े 3 वर्षों के कार्यकाल में आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने एक भी नया अस्पताल और नया फलाई ओवर तक नही बनाया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण आपातकालीन लेवल को भी पार कर गया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाए देने में नाकाम रही है और डेंगू,मलेरिया और स्वाईन फलू जैसी बीमारियों पर भी रोकथाम नही लगा पाए है।
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री डा0 नरेन्द्र नाथ ने कहा कि केजरीवाल ने चुनाव से पहले जो वायदे किए थे उनमें से एक भी वायदे को पूरा नही किया है जबकि हमने 15 साल में इसी ढ़ांचे के अन्तर्गत दिल्ली के विकास के लिए अनगित कार्य किए थे।
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