दिल्ली को ‘‘0 लैंडफिल शहर’’ बनाने के उपाय निकालने के लिए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय माकन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली के उपराज्यपाल से मिलेंगे
· श्री अजय माकन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी से दिल्ली को ‘‘0 लैंडफिल शहर’’ बनाने के लिए सहयोग की मांग की।
· दिल्ली नगर निगम स्थानीय स्तर पर कूड़ेदानों में कूड़े के ट्रीटमेन्ट प्लांट लगाए- अजय माकन
· निगमों में पूरे स्तर पर भ्रष्टाचार व्याप्त है इसलिए क्षेत्रीय स्तर पर कूड़े के ट्रीटमेन्ट प्लांट लगाने के इच्छुक नही है- अजय माकन
नई दिल्ली, 6 सितम्बर, 2017- दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय माकन ने कहा कि घरों से उत्पन्न कूड़े को क्षेत्रीय कूड़ेदान में डालकर वहीं ट्रीटमेन्ट प्लांट बनानकर ट्रीट करना चाहिए जबकि पूर्वी दिल्ली नगर निगम में उत्पन्न कूड़े को रानी खेड़ा और दूसरी लैंडफिल पर डाला जा रहा है। श्री माकन ने कहा कि दिल्ली में कोई भी लैंडफिल नही होना चाहिए उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी से आपसी सहमति से मिलकर राजनीति से उपर उठकर दिल्ली को ‘‘0 लैंडफिल शहर’’ बनाने में सहयोग देने के लिए कहा।
रानी खेड़ा में हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं व क्षेत्रीय निवासियों को श्री अजय माकन ने सम्बोधित करते हुए कहा कि पूर्वी दिल्ली के कूड़े को रानी खेड़ा में डालने के खिलाफ वहां के क्षेत्रीय निवासियों के विरोध को मजबूती देने के लिए, आहूति देने के लिए, संघर्ष के लिए और आंदोलन करने के लिए हम यहां एकत्रित हुए है। श्री माकन ने कहा कि दिल्ली को ‘‘0 लैंडफिल शहर’’ बनाने के लिए मैं आप लोगों के साथ दिल्ली के उपराज्यपाल से मिलूंगा। श्री माकन ने कहा कि दिल्ली में लगभग 9000 मीट्रिक टन प्रतिदिन कूड़ा निकलता है जिसमें से 5600टन जैविक कूड़ा होता है जिसको कि स्थानीय स्तर कम्पोज़ करके ट्रीट किया जा सकता है। परंतु दिल्ली में लगभग पूरा का पूरा कूड़ा लैंडफिल में डाल दिया जाता है। रानी खेड़ा धरनें मे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय माकन के अलावा जिला अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र कुमार, श्री इंद्रजीत सिंह, श्री चतर सिंह, डा0 नरेश कुमार, श्री नरेश लाकड़ा, पूर्व निगम पार्षद अजीत चौधरी, अनुप शौकीन, मास्टर सतबीर खरब, श्री विजय डबास, देवेन्द्र लाला और सतबीर सिंह नेताजी मौजूद थे।
श्री माकन ने कहा कि पूरे विश्व के विकसित देशों में ऐसी व्यवस्था है कि कूड़े को घरों से निकालते समय ही स्थानीय स्तर पर उसे अलग कर दिया जाता है जिससें कूड़े को ट्रीट करके कम्पोज बनाया जाता है और बाकी बचे हुए कूड़े को अन्य कामों के उपयोग मे लिया जाता है,जिसके कारण वहां कूड़े के बड़े-बड़े ढेर नही लग पाते। परंतु दुर्भाग्यवश दिल्ली में लगभग 9000 टन कूड़ा प्रतिदिन निकलता है जिसको लैंडफिल साईट पर कूड़े के खतों पर फैंक दिया जाता है, जिसके कूड़ा पहाड़ बनने के कारण गिरने लगता है और न केवल दुर्घाटनाऐं होती है बल्कि बीमरियां फैलती है और भूमिगत जल भी प्रदूषित होता है।
श्री माकन ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस दिल्ली को 0 लैंडफिल साईट के साथ ऐसा शहर बनाना चाहती है जिसमें सोलिड वेस्ट मेनेजमेन्ट पूरी तरह से कारगर हो। उन्होंने कहा कि यदि कूड़े को घरों से निकलने वाले स्रोत पर ही ट्रीट कर दिया जाए तो पहाड़ों के अम्बार वाले लैंडफिल साईट नही बनेंगे। उन्होंने कहा कि विश्व में कही पर भी दिल्ली जैसे कूडे़ के लैंडफिल जैसे पहाड़ नही है।
श्री माकन ने कहा कि दिल्ली के कूड़े को स्रोत के रुप में रखकर कार्य करना चाहिए जिसके द्वारा न सिर्फ वातावरण मजबूत हो बल्कि सस्ती सुविधाऐं मुहैया कराई जा सकेगी। सोलिड वेस्ट मेनेजमेन्ट के लिए एक मजबूत कार्यप्रणाली अपनानी चाहिए जिसमें रियूज,रिसाईकलिंग तथा वैज्ञानिक प्रणाली का इस्तेमाल हो और ग्राहकों को सस्ती व अच्छी सुविधाऐं दी जा सके। श्री माकन ने कहा कि दिल्ली का दुर्भाग्य यह है कि भाजपा शासित तीनों निगमों के पास कूड़े के प्रबंधन के लिए कोई प्रभावी कार्यप्रणाली नही है। क्योंकि उनकी सरकारें पूरी तरह असफल हो चुकी है और प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े का सही ढंग से प्रबंधन नही हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लैंडफिल पहले से क्षमता से ज्यादा भर चुके है जिसके कारण वहां धमाकों के साथ दुर्घटनाऐं हो रही है, उनके आस-पास प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है और वहां पर जहरीली गैसें इत्यादि पैदा हो रही है जिसके परिणाम वहां वायु, जल और मिट्टी का प्रदूषण बढ़ रहा है।
श्री माकन ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा चलाया जा रहा स्वच्छ भारत अभियान निगमों के लिए एक अवसर बन सकता है जिसके द्वारा दिल्ली से निकलने वाले कूडें को उसके स्रोत पर ही ट्रीट कर दिया जाऐ। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि राजौरी गार्डन से निकलने वाले कूड़े को वहीं पर अगर ट्रीट कर दिया जाए तो कूड़े को कहीं और फैंकने की जरुरत नही पड़ेगी। उन्होंने कहा कि नगर निगम छोटे-छोटे वेस्ट ट्रीटमेन्ट प्लांट लगाने की इच्छुक नही है क्योंकि यदि छोटे-छोटे प्लांट लगाए जाते है तो निगमों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी और निगमों को ज्यादा काम भी करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यदि 10 ट्रक कूड़े को लेकर लैंडफिल जाते है तो उनका 100 ट्रकों का बिल बनाया जाता है। इसी प्रकार यदि 5000 सफाई कर्मचारी काम करते है तो 15000 सफाई कर्मचारियों का वेतन का बंटवारा होता है।
श्री माकन ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी ने चीन में आयोजित हो रही ब्रिक्स मीटिंग में कहा है कि भारत विकसित हो चुका है परंतु सच्चाई यह है कि आज भी हम 18वीं सदी की प्रथा में जी रहे है जहां पर कूड़े के पहाड़ बने हुए है जिसके कारण न सिर्फ बीमारियां फैल रही है बल्कि हादसे हो रहे है और आसपास का वातावरण दूषित हो रहा है। उन्होंने कहा दिल्ली को बहुत जल्द एक ऐसे प्रभावी कूड़ा प्रबंधन की जरुरत है जिसके तहत लैंडफिल समाप्त हो जाऐ और दिल्ली 0 लैंडफिल शहर बन सके।
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