जल मंत्री का बार-बार बदला जाना जनता को गुमराह करने और भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने का प्रयास है
दिल्ली भा.जा.पा. मांग करती है कि केजरीवाल सरकार जल बोर्ड के गत 30 माह के
क्रियाकलापों पर शवेत पत्र लाये
यह कहना अतिश्योक्ति नही होगा की जल बोर्ड की योजनाओं में जाने वाले हर रुपये में से 80 से 90 पैसे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते हैं जो राजनीतिक संरक्षण के बिना मुमकिन नही और आज इसके लिये अरविंद केजरीवाल सरकार जिम्मेदार हैं नई दिल्ली, 4 सितम्बर। दिल्ली भा.जा.पा. अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने कहा है कि दिल्ली सरकार का जल बोर्ड भ्रष्टाचार का एक बडा अड्डा है और इसका इस से बडा कोई प्रमाण नही हो सकता की खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसी वर्ष में दूसरी बार कहा है की जल बोर्ड में सब कुछ ठीक नही है और आज पुणः जल विभाग मे मंत्री परिवर्तन किया है ।
यह कहना अतिश्योक्ति नही होगा की जल बोर्ड की योजनाओं में जाने वाले हर रुपये में से 80 से 90 पैसे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते हैं जो राजनीतिक संरक्षण के बिना मुमकिन नही और आज इसके लिये अरविंद केजरीवाल सरकार जिम्मेदार हैं नई दिल्ली, 4 सितम्बर। दिल्ली भा.जा.पा. अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने कहा है कि दिल्ली सरकार का जल बोर्ड भ्रष्टाचार का एक बडा अड्डा है और इसका इस से बडा कोई प्रमाण नही हो सकता की खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसी वर्ष में दूसरी बार कहा है की जल बोर्ड में सब कुछ ठीक नही है और आज पुणः जल विभाग मे मंत्री परिवर्तन किया है ।
श्री तिवारी ने कहा की दिल्ली भा.जा.पा. ने लगातार कहा है की जल बोर्ड में भारी भ्रष्टाचार है और जनहित कार्य नही हो रहे । शीला दीक्षित सरकार के दौरान शुरू हुआ जल टैंकर घोटाला आज भी पहले की तरह चालू है जब कि मुख्यमंत्री विधानसभा में घोटाले को स्वीकार चुके हैं ।
इसी तरह जल बोर्ड के पानी की नई लाइन डालने के दावे हों या जल टैंकर से पानी पहुंचाने के दावे सभी झूठे साबित हुऐ क्योकि दिल्ली मे झुग्गी बस्तियों से लेकर देहात तक या फिर अनधिकृत कोलोनियों से नियमित क्षेत्र सभी ओर पानी की कमी, भीषण गर्मी तो छोड सर्दी के मौसम मे भी देखी जा रही है ।
इसी तरह सीवर सफाई के मामले में जल बोर्ड एक सफेद हाथी साबित हुआ है । दिल्ली मे बारिश मे हर ओर जल भराव आम है, नालो की सफाई हो या सीवर की लाईन डालना या सफाई हर काम मे घोटाला है ।
श्री मनोज तिवारी ने कहा है कि यह कहना अतिशयोक्ति नही होगा की जल बोर्ड की योजनाओं में जाने वाले हर रुपये में से 80 से 90 पैसे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते हैं जो राजनीतिक संरक्षण के बिना मुमकिन नही और आज इसके लिये अरविंद केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है । जल टैंकर घोटाले की स्वीकृति के बाद भी उसको आगे चलने देना मुख्य मंत्री की संलिप्तता को प्रमाणित करता है ।
जल मंत्री राजेन्द्र गौतम को हटाये जाने पर दिल्ली भा.जा.पा. अध्यक्ष ने कहा है कि जब सारा भ्रष्टाचार मुख्य मंत्री की जानकारी मे चल रहा है तो बार बार जल विभाग का मंत्री परिवर्तन एक छलावे से अधिक कुछ नही। हो सकता है बार-बार जल मंत्री इसलिए बदलना पड़ रहा है कि या तो वो भ्रष्टाचार में बाधक बन रहे हैं या फिर हिस्सा अधिक मांगने लगे हैं। ।
श्री मनोज तिवारी ने कहा है कि हमने पहले भी कहा है और दिल्ली भा.जा.पा. आज पुनः मांग करती है कि केजरीवाल सरकार जनता को गुमराह करने की जगह दिल्ली जल बोर्ड के गत 30 माह के क्रियाकलापों पर शवेत पत्र लाये । भा.जा.पा. प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही इस मांग को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल से भी मिलेगा ।
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