केजरीवाल सरकार की अराजकता के विरोध में भाजपा ने किया मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन

देश की राजधानी में सरकार और अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बीच इस प्रकार का टकराव अभूतपूर्व है, मुख्यमंत्री की इस पर लगातार चुप्पी उनकी मुख्य सचिव से हुई अभद्रता में संलिप्तता का प्रमाण है और 30 जनवरी को भाजपा प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री आवास पर हुई अभद्रता की पुनरावृत्ति है...
अंततः अरविंद केजरीवाल का अरबन नेक्सेलाइट चेहरा सभी के सामने है - मनोज तिवारी

 नई दिल्ली, 20 फरवरी।  दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने आज दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ हुई हिंसक घटना के बाद उत्पन्न प्रशासनिक संकट के विरोध में मुख्यमंत्री आवास पर रोष प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारी चंदगी राम अखाड़े के निकट इकट्टे हुये और वहां से श्री मनोज तिवारी के नेतृत्व में पुलिस बैरीकेड तोड़ते हुये मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़े जिसके निकट एक अन्य पुलिस बैरीकेड पर पुलिस ने पानी की भारी बौछार एवं बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों रोका एवं अनेकों को गिरफ्तार किया।

    इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुये श्री मनोज तिवारी ने कहा कि कल रात मुख्य सचिव के साथ हुई हिंसक घटना पूरी तरह 30 जनवरी को भाजपा प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री आवास पर हुई अभद्रता की पुनरावृत्ति है।   

    श्री मनोज तिवारी ने कहा है कि कल रात मुख्यमंत्री आवास पर मुख्य सचिव श्री अंशु प्रकाश के साथ आम आदमी पार्टी के विधायकों द्वारा की गई मारपीट की घटना केजरीवाल सरकार एवं दल की अराजक प्रवृत्ति का परिणाम है।  इससे पूर्व केजरीवाल दल विधानसभा में विपक्ष के साथ एवं अन्य सचिवालय में कई अधिकारियों के साथ भी हिंसक व्यवहार कर चुका है।  पूर्व में अनेक अधिकारियों ने दुव्र्यवहार की शिकायतें दर्ज कराई हैं।

    दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि देश की राजधानी में सरकार और अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बीच इस प्रकार का टकराव अभूतपूर्व है और मुख्यमंत्री की इस पर लगातार चुप्पी उनकी मुख्य सचिव से हुई अभद्रता में संलिप्तता का प्रमाण है।

    श्री मनोज तिवारी ने कहा कि अंततः अरविंद केजरीवाल का अरबन नेक्सेलाइट चेहरा सभी के सामने है। 

    विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि भारतीय राजनीति के इतिहास में यह घटना काले अक्षरों में लिखी जायेगी। यह घटना भारतीय लोकतंत्र पर एक बदनुमा दाग है। इस घटना की जितनी निंदा की जाये कम है। मुख्यमंत्री अगर योजना बनाकर धोखे से रात को 12 बजे मुख्य सचिव को अपने घर बुलाकर अपने एक दर्जन विधायकों के साथ कमरे में बंद करके उनसे मारपीट करंे, गाली गलौज करें वो भी इस कारण कि सरकारी खर्च से मुख्यमंत्री के विज्ञापनों पर आपत्ति दर्ज की थी। मुख्य सचिव सर्वोच्च न्यायालय का हवाला देते रहे, उसके बावजूद उनको मारना, गाली गलौज करना असभ्यता और एक गिरी हुई अनैतिक हरकत है। दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय ने कहा है कि 20 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में हार के भय से राजनीतिक हताशा एवं कुंठा में काम कर रही अरविन्द केजरीवाल सरकार ने दिल्ली को एक संवैधानिक संकट की ओर धकेल दिया है और अब समय आ गया है जब इस सरकार की बर्खास्तगी पर चर्चा एवं विचार होना चाहिये।  

    महामंत्री श्री कुलजीत सिंह चहल ने कहा कि मुख्य सचिव पर हमला करने की अपने विधायक को छूट देकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है। विधायक अमानतुल्लाह खान को गिरफ्तार करने और विधानसभा से बहिस्कृत करने का उन्हें आदेश देना चाहिये या फिर शीघ्र ही दिल्ली की जनता के आक्रोश का सामना करने के लिये तैयार रहना चाहिये। 

    श्री राजेश भाटिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ऐसे तानाशाही शासक हैं जो अपने आदेश को ही कानून समझते हैं और हिंसा के माध्यम से अपने प्रशासनिक या राजनैतिक विरोध को दबाने में विश्वास करते हैं जैसा कि दिल्ली में पिछले 3 वर्षों से लगातार देखा जा रहा है। 

    श्री रविन्द्र गुप्ता ने कहा कि आज दिल्ली के लोग केजरीवाल सरकार को चुनकर पछता रहे हैं जो गुंडों का एक समूह है और जो विरोध को हिंसा के माध्यम से दबाने में विश्वास रखता है। 

    श्री अभय वर्मा ने केजरीवाल सरकार द्वारा राजनैतिक विरोधियों, अधिकारियों और यहां तक की दिल्ली की जनता के साथ बार-बार दुव्र्यवहार के लिये उसकी भत्र्सना की है। 

    श्री जय प्रकाश ने कहा कि बड़ी उम्मीदों के साथ दिल्ली की जनता ने केजरीवाल सरकार चुनी थी और आज वे ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। 

    श्री मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने जनवरी, 2014 में जो कहा था कि मैं एक अराजकतावादी हूं वह उसने आज साबित कर दिया।

    श्री राजीव बब्बर ने कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर ने हमें वह संविधान दिया जिसमें जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के कर्तव्यों के बारे में स्पष्टतः प्रावधान किया गया है और केजरीवाल सरकार ने संविधान के उन प्रावधानों को अपमानित किया है।  

    श्रीमती पूनम पाराशर झा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने अपने अनैतिक आचरण से प्रजातंत्र को शर्मसार किया है। 

    प्रदर्शन में सम्मिलित कार्यकर्ताओं मंे प्रमुख थे नेता प्रतिपक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय, प्रदेश पदाधिकारी श्री सिद्धार्थन, श्री कुलजीत सिंह चहल, श्री रविन्द्र गुप्ता, श्री राजेश भाटिया, श्री जय प्रकाश, श्री मोहन सिंह बिष्ट, श्री अभय वर्मा, श्री राजीव बब्बर, श्री संजीव शर्मा, श्री सतेन्द्र सिंह, श्री पवन मोंगा, श्रीमती मीनाक्षी, ...श्री प्रवीण शंकर कपूर, श्रीमती पूनम पराशर झा, श्री मनीष सिंह, श्री मुकेश मान, श्री मोहन लाल गिहारा, श्री गौरव खारी, जिलाध्यक्ष श्री मनोज शौकीन, श्री अरविंद गर्ग, श्री कैलाश जैन, श्री भारत भूषण मदान, श्री रमेश खन्ना, श्री अजय महावर, श्री रामकिशोर शर्मा, श्री नीलदमन खत्री, श्री रोशन कंसल तथा पार्षद और अन्य वरिष्ठ नेता।     

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