भाजपा का एक और षड्यंत्र हुआ बेनकाब चुनाव आयोग के साथ मिलकर मतदाताओं के वोटर कार्ड कूड़ेदान में डलवाए
नई दिल्ली 15 अप्रैल 2019, एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए दक्षिण दिल्ली से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी राघव चड्ढा ने कहा कि जैसा कि सभी को पता है कि भाजपा ने दिल्ली से एक षड्यंत्र के तहत 30 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से कटवा दिए, और जनता से उनके वोट देने के संवैधानिक अधिकार को छीन लिया।
जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी को इस षड्यंत्र के बारे में पता चला तो उन्होंने पूरी दिल्ली के अंदर वोट जोड़ो अभियान के नाम से एक मुहिम चलाई। इस मुहिम के तहत दक्षिणी दिल्ली लोकसभा के अंदर हमने हर वार्ड के अंदर दोबारा से काटे गए नामों को मतदाता सूची में जोड़ने के लिए कैंप का आयोजन किया। अकेले बदरपुर विधानसभा के अंदर ही 5 से अधिक वोट जोड़ो कैंप लगाए गए। बदरपुर विधानसभा में आयोजित इस कैंप के माध्यम से हजारों लोगों ने अपना वोट बनवाया।
हमने इन कैंपों में एकत्रित की गई सारी जानकारी को चुनाव आयोग को दी, और हमारी जानकारियों का संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने इन सभी लोगों का पहचान पत्र बनाया। हमें जनता के बीच से इस तरह की खबरें सुनने को मिली कि अभी तक उनमे से बहुत सारे लोगों को उनके पहचान पत्र दिए नहीं गए। लोगों की शिकायत पर हमने चुनाव आयोग से संपर्क किया, इस संबंध में जानकारी दी, और चुनाव आयोग की तरफ से किसी सकारात्मक कार्यवाही के लिए इंतजार किया।
कल इस पूरे षड्यंत्र पर से पर्दा तब उठा जब बदरपुर विधानसभा में विधायक कार्यालय से थोड़ी ही दूरी पर लगभग 200 पहचान पत्र जो कि बिल्कुल नए बने हुए थे, कचरे के डब्बे में पड़े हुए पाए गए। जब आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस की खबर मिली तो उन्होंने सारे पहचान पत्र को इकट्ठा कर पार्टी कार्यालय में पहुंचाया। इन सभी पहचान पत्रों की जांच की गई तो पता चला कि यह सभी वोटर आई कार्ड आम आदमी पार्टी द्वारा आयोजित किए गए कैंप के माध्यम से बनवाए गए थे।
कल इस घटना ने भाजपा के षडयंत्र का पर्दाफाश कर दिया। किस तरह से भाजपा दिल्ली के अंदर लोगों के मताधिकार को छीन रही है। किस तरह से चुनाव आयोग के अधिकारियों और डाक विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर भाजपा कोशिश कर रही है कि आम आदमी पार्टी द्वारा इतनी मेहनत के बाद जिन लोगों के वोटर कार्ड बनवाए गए हैं, उनके वोट का अधिकार उन तक ना पहुंच सके।
पाए गए वोटर कार्ड के साक्ष्य पेश करते हुए राघव चड्ढा ने बताया कि यह वही सब वोटर कार्ड हैं जिसके साथ डाक विभाग के लिफाफे भी मौजूद थे, जो कि आम आदमी पार्टी द्वारा आयोजित किए गए कैंप में बनवाए गए थे, और डाक के माध्यम से मतदाताओं के घर तक पहुंचने थे। परंतु एक षड़यंत्र के तहत सभी के सभी पहचान पत्रों को कूड़े के डिब्बे में फेंक दिया गया। जिसे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा कूड़े के डिब्बे से बरामद किया गया।
राघव चड्ढा ने कहा कि जब किसी मतदाता का वोटर कार्ड बनता है तो उसको मतदाता तक पहुंचाने का संवैधानिक कर्तव्य चुनाव आयोग का होता है। हमें यह कार्ड जो कूड़े के डिब्बे से प्राप्त हुए, हम इसका वितरण नहीं कर सकते। इसीलिए हम यह सभी कार्ड चुनाव आयोग के सुपुर्द करने जा रहे हैं।
राघव चड्ढा ने कहा यह कोई एक मात्र घटना नहीं है। दक्षिणी दिल्ली के देवली एवं छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में भी इसी प्रकार की घटनाएं सामने आई हैं। उस इलाके के बूथ लेवल ऑफिसर एवं डाक अधिकारियों ने मिलकर आम आदमी पार्टी के कैंप द्वारा बनवाए गए ऐसे ही वोटों को इलाके के स्थानीय भाजपा कार्यालय में जाकर रख दिया है, और भाजपा के नेताओं को उनका वितरण करने की जिम्मेदारी दे दी है। इस प्रकार की हरकतें सीधे तौर पर चुनाव कानूनों का उल्लंघन है। चुनाव आयोग को इस घटना का संज्ञान लेकर दोषी अधिकारियों और भाजपा के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।
राघव चड्ढा ने कहा कि कूड़े के ढेर से प्राप्त हुए वोटर कार्डों को हम एक चिट्ठी के साथ चुनाव आयोग को भेज रहे हैं, और चिट्ठी के माध्यम से चुनाव आयोग से कुछ मांग भी कर रहे हैं, जो कि निम्न प्रकार से है...
1- तुरंत प्रभाव से चुनाव आयोग अपने ही संस्थान के उन दोषी अधिकारियों का पता लगाए, जो भाजपा के साथ इस षड्यंत्र में शामिल है, और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करें।
2- चुनाव आयोग सुनिश्चित करें कि यह जो हजारों लोगों के मताधिकार बनवाए गए थे, जो कि एक षड़यंत्र के तहत कूड़े के ढेर में फेंक दिए गए, वह सभी मतदाताओं तक पहुंच सके, ताकि मतदाता अपने संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल कर सकें।
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