सीवर की सफाई के दौरान जिन सफाई कर्मचारियों की मौतें हुई हैं उनके परिवार वालों को एक-एक करोड़ रुपया मुआवजा दिए जाने मांग की।- शर्मिष्ठा मुखर्जी
· यदि आप पार्टी की दिल्ली सरकार ने सीवर सफाई के लिए पहले से ही एहतियातन कदम उठाए गए होते तो मासूम लोगों को अपनी जान नही गंवानी पड़ती।-शर्मिष्ठा मुखर्जी
· यूपीए की केन्द्र सरकार के 19 सितम्बर 2013 को संसद में पास किए मेनुअल स्कवेन्जिंग को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने वाले कानून तथा दिल्ली सरकार के 10 अक्टूबर 2013 के सरकुलर के तहत मेनुअल स्कवेन्जिंग पर पूर्ण प्रतिबंद के बावजूद सीवर की सफाई के दौरान सफाई कर्मचारियों की मौतें हो रही है, पर दिल्ली सरकार बेखबर है।- शर्मिष्ठा मुखर्जी है।
नई दिल्ली, 22 अगस्त, 2017- दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की मुख्य प्रवक्ता श्रीमती शर्मिष्ठा मुखर्जी ने आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार और भाजपा शासित दिल्ली नगर निगमों को सीवरों की सफाई के दौरान हुई कर्मचारियों की मृत्यु के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि सीवर की सफाई के दौरान पहली मौत 4 मार्च 2017 को हुई थी। ज्ञात हो कि हाल ही में 35 दिनों के अंदर 9 सफाई कर्मचारियों की मृत्यु सीवर की सफाई के दौरान और हो चुकी है। उन्होंने कहा कि न तो आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार और न भाजपा शासित नगर निगम ने सीवर की सफाई के दौरान कोई हादसा न हो, इसके लिए पहले से कोई कदम नही उठाऐ थे। और यदि पहले से ही एहतियातन कदम उठाए गए होते तो मासूम लोगों को अपनी जान नही गंवानी पड़ती। श्रीमती मुखर्जी ने कहा कि यह बड़ी अजीब बात है कि दिल्ली सरकार की तरफ से सीवर की सफाई के दौरान हुई मौतां पर कोई प्रतिक्रिया नही आई।
श्रीमती शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सीवर की सफाई के दौरान जिन सफाई कर्मचारियों की मौतें हुई हैं उनके परिवार वालों को एक-एक करोड़ रुपया मुआवजा दिए जाने मांग की।
प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए श्रीमती शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि जिस समय यूपीए सरकार केन्द्र की सत्ता में थी उस समय 19 सितम्बर 2013 को संसद में एक कानून पास हुआ था जिसके तहत मेनुअल स्कवेन्जिंग को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया था। दिल्ली सरकार ने भी 10 अक्टूबर 2013 के सरकुलर के द्वारा मेनुअल स्कवेन्जिंग को प्रतिबंध कर दिया।
श्रीमती शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि सीवर की सफाई के दौरान हुई मौतों के कारणों की गहराई में जाने की बजाय दिल्ली सरकार के सामाज कल्याण मंत्री श्री राजेन्द्र पाल गौतम ने कहा कि दिल्ली सरकार सीवर में हुई मौतों को लेकर होर्डिंग लगाऐंगे। श्रीमती मुखर्जी ने कहा कि मैं जानना चाहती हूॅ कि होर्डिंग लगाकर क्या फायदा होगा जबकि दिल्ली सरकार सीवर की सफाई करने वाले कर्मचारियों को उचित सुविधा मुहैया कराने में असफल रही है। उन्होंने कहा कि सीवर की सफाई के दौरान इतनी मौतें हो गई है परंतु केजरीवाल सरकार ने इन मौतों को रोकने के लिए एतिहातन कदम नही उठाऐ हैं।
श्रीमती शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जो अपने स्वच्छ भारत अभियान का डंका पीटने में लगे रहते हैं, वे दिल्ली जो भारत की राजधानी है इसमें सफाई व्यवस्था कायम करवाने में नाकामयाब रहे है। इसके बावजूद कि स्वच्छ भारत अभियान के लिए 2017-18 के लिए 34,212 करोड़ की राशि आवंटित की थी।
संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए पूर्व विधायक श्री जय किशन ने कहा कि आम आदमी पार्टी को सरकार चलाने का कोई अनुभव नही है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान श्री अरविन्द केजरीवाल ने न सिर्फ सफाई कर्मचारियों बल्कि दिल्ली सरकार में काम करने वाले अन्य अनुबंध/अस्थाई कर्मचारियों को पक्का करने और उन्हें सुविधाऐं देने का वायदा किया था। श्री जय किशन ने कहा कि आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनो एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं और दोनो ने ही सफाई कर्मचारियों के हितो की ओर ध्यान नही दिया। उन्होंने कहा कि तुरंत प्रभाव से सफाई में कांट्रेक्ट प्रथा को खत्म किया जाए।
पूर्व विधायक श्री चरण सिंह कंडेरा ने संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के राज में दिल्ली में सफाई कर्मचारियों की अनदेखी हुई है। उन्होंने कहा कि जिन सफाई कर्मचारियों की नौकरी के कार्यकाल में दो-तीन साल पहले मृत्यु हो गई थी उनके परिजनों को अभी तक नौकरी नही मिली है। उन्होंने कहा कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के बाद सफाई कर्मचारियों को जो एरियर मिलने थे वे भी अभी तक नही दिए गए हैं।
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