दिल्ली में छठ पर्व के अवसर पर भाजपा शासित हरियाणा सरकार से समय पर यमुना में पानी छोड़ने के लिए दबाव क्यों नही बनाया
· बड़े दुख की बात है कि छठ कमेटियां को यह कहा जा रहा है कि जब तक वे दिल्ली सरकार के मंत्रियों व विधायकों की फोटो अपने घाट पर नही लगाते तब तक उनको सरकार की ओर से फंड मुहैया नही कराया जाएगा। ऐसा करके दिल्ली सरकार छठ जैसे पवित्र पर्व पर औछी राजनीति करके पूर्वांचलियों को वर्गीकृत कर रही है। - अजय माकन
· दिल्ली में छठ पर्व के अवसर पर भाजपा शासित हरियाणा सरकार से समय पर यमुना में पानी छोड़ने के लिए दबाव क्यों नही बनाया। जबकि कांग्रेस के शासन में कांग्रेस की दिल्ली सरकार 3-4 महीनें पहले ही हरियाणा सरकार पर यमुना में पानी छोड़ने के लिए दवाब बनाती थी और छठ से पहले दो बार यमुना में पानी छोड़ा जाता था।- अजय माकन
· दिल्ली में कांग्रेस के समय छठ पूजा की तैयारियां जैसे कि घाटों का निर्माण व उनका रख-रखाव, टैंट, रोशनी, साफ-सफाई ,हरियाणा सरकार के द्वारा पानी का छोडे़ जाना तथा छठ पूजा के लिए राशि मुहैया कराने के इत्यादि कार्य छठ पूजा से तीन महीन पूर्व ही कर लिए जाते थे।- अजय माकन
· दिल्ली सरकार ने विभिन्न छठ पूजा समितियों को कहा है कि वे बिजली के व्यक्तिगत रुप से अलग कनैक्शन अपने-अपने घाटों के लिए लें, जबकि दिल्ली सरकार तथा तीर्थ यात्रा कमेटी की जिम्मेदारी है कि वे घाटों पर रोशनी की सुविधा मुहैया कराऐ।- अजय माकन
· आप पार्टी और भाजपा अपनी आतंरिक लड़ाई के कारण छठ पूजा की तैयारियों में देरी करके दिल्ली में रह रहे लाखों पूर्वाचंलियों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे है।- महाबल मिश्रा
· आईटीओ, रिवर बैंक ओ-जोन के अन्तर्गत आता है, इसके बावजूद भी तत्कालीन केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री अजय माकन के प्रयासों के द्वारा डीडीए से आईटीओ पर छठ घाटों के निर्माण के लिए एनओसी दिलवाया था।- महाबल मिश्रा
नई दिल्ली, 10 नवम्बर, 2018 - दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय माकन ने आप पार्टी की दिल्ली सरकार और भाजपा की निगम सरकार द्वारा छठ पूजा की तैयारियों को पूरा न करने की कड़ी आलोचना की। जबकि छठ पूजा पूर्वाचंल वासियों का महत्वपूर्ण धार्मिक त्यौहार है और छठ पूजा 10 नवम्बर से 14 नवम्बर तक होगी।
संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय माकन के अलावा पूर्व सांसद श्री महाबल मिश्रा, वरिष्ठ नेता श्री चतर सिंह, पूर्वाचंल प्रकोष्ठ के चैयरमेन शिवजी सिंह, श्री विनय मिश्रा, चीफ मीडिया कॉआर्डिनेटर मेहदी माजिद भी मौजूद थे।
प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए श्री अजय माकन ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि छठ कमेटियां को यह कहा जा रहा है कि जब तक वे दिल्ली सरकार के मंत्रियों व विधायकों की फोटो अपने घाट पर नही लगाते तब तक उनको सरकार की ओर से फंड मुहैया नही कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसा करके दिल्ली सरकार छठ जैसे पवित्र पर्व पर औछी राजनीति करके पूर्वांचलियों को वर्गीकृत कर रही है
श्री माकन ने दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे खुद पूर्वाचंली है परंतु उन्होंने दिल्ली में छठ पर्व के अवसर पर भाजपा शासित हरियाणा सरकार से समय पर यमुना में पानी छोड़ने के लिए दबाव क्यों नही बनाया। जबकि कांग्रेस के शासन में कांग्रेस की दिल्ली सरकार 3-4 महीनें पहले ही हरियाणा सरकार पर यमुना में पानी छोड़ने के लिए दवाब बनाती थी और छठ से पहले दो बार यमुना में पानी छोड़ा जाता था।
श्री अजय माकन ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना कि कि आप पार्टी की दिल्ली सरकार और भाजपा की निगम सरकारें दिल्ली के पूर्वाचंलवासियों के साथ छठ पूजा के अवसर पर राजनीति कर रहे है। श्री माकन ने कहा कि पूर्वाचंल के लोगों के लिए छठ पूजा एक विश्वास का त्यौहार है इसलिए इस मुद्दे पर कोई राजनीति नही होनी चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि दिल्ली में कांग्रेस के समय छठ पूजा की तैयारियां जैसे कि घाटों का निर्माण व उनका रख-रखाव, टैंट, रोशनी, साफ-सफाई , हरियाणा सरकार के द्वारा पानी का छोडे़ जाना तथा छठ पूजा के लिए राशि मुहैया कराने के इत्यादि कार्य छठ पूजा से तीन महीन पूर्व ही कर लिए जाते थे। उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार तथा भाजपा शासित निगम द्वारा छठ पूजा की तैयारियां अभी शुरु भी नही हुई है जबकि दो दिन बाद छठ का त्यौहार है। श्री माकन ने आश्चर्य जताया कि किस प्रकार आम आदमी पार्टी की सरकार, निगम तथा डीडीए किस प्रकार 1000 घाटों पर आने वाले 2 दिनों में तैयारी पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि आप पार्टी की दिल्ली सरकार और भाजपा शासित निगम दोनो कैसे झूठे दावे कर रहे है कि वे छठ पूजा समितियों को सारी सहूलियतें प्रदान कर रहे है।
श्री माकन ने कहा कि सबसे पहले कांग्रेस की दिल्ली सरकार ने छठ पूजा को मनाने के लिए बड़े स्तर पर सुविधाऐं मुहैया कराने की शुरुआत की थी। श्री माकन ने कहा कि 1998 में कांग्रेस के कांग्रेस नेता श्री महाबल मिश्रा के प्रयासों से तीर्थ यात्रा कमेटी के अन्तर्गत आने वाले त्यौहारों में छठ पूजा को जोड़ा गया था और यह भी प्रावधान किया गया था कि छठ पूजा के त्यौहार के लिए आवश्यक इंतजाम भी तीर्थ यात्रा कमेटी करेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की कांग्रेस सरकार ने ही दिल्ली में छठ पूजा के त्यौहार को मनाने के लिए छुट्टी की घोषणा करके आर.एच. छुटटी का प्रावधान किया था।
श्री माकन ने कहा कि बड़ी अजीब बात है दिल्ली सरकार ने विभिन्न छठ पूजा समितियों को कहा है कि वे बिजली के व्यक्तिगत रुप से अलग कनैक्शन अपने-अपने घाटों के लिए लें, जबकि दिल्ली सरकार तथा तीर्थ यात्रा कमेटी की जिम्मेदारी है कि वे घाटों पर रोशनी की सुविधा मुहैया कराऐ। श्री माकन ने कहा कि छठ पूजा समितियों का छठ पूजा के घाटों की जमीन पर कोई मालिकाना हक नही है तो वे कैसे बिजली कनैक्शन के लिए अप्लाई कर सकते है।
श्री माकन ने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण की गंभीरता को देखते यह आदेश पास किया था कि दिल्ली में सभी निर्माण कार्य 1 से 10 नवम्बर तक बंद किए गए है, परंतु छठ घाटों की मरम्मत तथा रख रखाव में निर्माण कार्य नही आते है। जबकि आप पार्टी की दिल्ली सरकार तथा निगम दोनो नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के सामने इस तथ्य को लाने में पूरी तरह से विफल रही है और परिणाम स्वरुप छठ घाट एनजीटी के आदेश के अन्तर्गत आ गए जिससे छठ घाटों की तैयारिया प्रभावित हो रही है।
पूर्व सांसद श्री महाबल मिश्रा जो छठ पूजा की तैयारियों को लेकर शुरु से जुड़े रहे है। उन्होंने कहा कि आप पार्टी और भाजपा अपनी आतंरिक लड़ाई के कारण छठ पूजा की तैयारियों में देरी करके दिल्ली में रह रहे लाखों पूर्वाचंलियों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे है।
श्री महाबल मिश्रा ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार की तीर्थ यात्रा कमेटी छठ पूजा समितियों को राशि मुहैया कराने में राजनीति के तहत भेदभाव कर रही है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार राजनीति के चलते दिल्ली की आप पार्टी व भाजपा केन्द्र व निगम सरकारों ने राजनीति के चलते छठ पूजा के घाटों के निर्माण तथा रख रखाव के मुद्दे को एनजीटी के सामने सही ढंग से नही रखा।
श्री महाबल मिश्रा ने कहा कि आईटीओ, रिवर बैंक ओ-जोन के अन्तर्गत आता है, इसके बावजूद भी तत्कालीन केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री अजय माकन के प्रयासों के द्वारा डीडीए से आईटीओ पर छठ घाटों के निर्माण के लिए एनओसी दिलवाया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तत्कालीन दिल्ली सरकार ने आईटीओ पर छठ घाटों के निर्माण के लिए ढाई करोड़ रुपया आंवटित किया था।
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